बिहार व झारखंड में लंबे समय से वांछित भाकपा माओवादी के नक्सली कमांडर मतलू तुरी को झारखंड के गिरिडीह में पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। उसके पास से भारी मात्रा में हथियार व गोलाबारूद बरामद किए गए हैं। मतलू तुरी को चिराग के मारे जाने के बाद नक्सली कमांडर बनाया गया था। उसे बिहार व झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों में अवैध वसूली का जिम्मा सौंपा गया था। उसकी लंबे समय से तलाश थी, इसी बीच वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। तुरी भाकपा माओवादी का उत्तर बिहार, पूर्वोत्तर, झारखंड का एरिया कमांडर था। उसका इन इलाकों में खौफ था।
तुरी झारखंड के देवरी, भेलवाघाटी और बिहार के चकाई, सोनो व खैरा थाना क्षेत्रों में लोगों से अवैध वसूली करता था। उसके खिलाफ भेलवाघाटी थाने में एक केस दर्ज था। तुरी के पास से एक इंसास राइफल, जिंदा कारतूस सहित अन्य विस्फोटक सामान बरामद किया गया है। पुलिस के अनुसार मुठभेड़ के दौरान ओर से करीब 100 राउंड से ज्यादा गोली चली। तुरी के कुछ साथियों के घायल होकर भाग निकलने की भी खबर है। दरअसल, पुलिस को एक अन्य नक्सली एरिया कमांडर पिंटू राणा के जंगल में छिपे होने की खुफिया सूचना मिली थी। इसके बाद जंगल में सर्च अभियान चलाया गया। इसी दौरान बुधवार रात जंगल में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई।