दिल्ली में राजेंद्र नगर सीट पर 23 जून को होने जा रही वोटिंग से पहले आम आदमी पार्टी (आप) उम्मीदवार दुर्गेश पाठक की मुश्किलें बढ़ गई हैं। चुनाव प्रचार में बच्चों से काम कराने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से की गई शिकायत के आधार पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने दिल्ली पुलिस को एफआईआर दर्ज करने को कहा है। बाल अधिकारों की रक्षा करने वाली संस्था ने मुख्य चुनाव आयुक्त को भी लिखा है और आचार संहिता के उल्लंघन की बात कही है।
दोनों ही लेटर में एनसीपीसीआर ने कहा है कि उसे दिल्ली बीजेपी चीफ आदेश गुप्ता की ओर से शिकायत मिली थी। संस्था ने लेटर में कहा, ”सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो भी उपलब्ध कराया गया है जिसमें दिख रहा है कि छोटे बच्चों का इस्तेमाल सस्ते श्रमिक के रूप में पंपलेट बांटने, पोस्टर चिपकाने, बैनर टांगने और चुनावी रैलियों में किया जा रहा है। बता दें कि राजेंद्र नगर सीट से आप ने दुर्गेश पाठक को उम्मीदवार बनाया है।
एनसीपीसीआर ने आगे कहा, ”कथित तौर पर बच्चों को प्रति दिन 100 रुपए देकर उनका शोषण किया जा रहा है, उन्हें दुर्गेश पाठक और आम आदमी के पंपलेट देकर भटकने के लिए छोड़ दिया जाता है। चुनावी गतिविधियों में बाल श्रम साफ तौर पर आचार संहिता का उल्लंघन है। शिकायतकर्ता आदेश गुप्ता ने कहा कि दुर्गेश पाठक खुद दिल्ली बाल संरक्षण आयोग के सदस्य हैं और आयोग के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से पाठक की उम्मीदवारी खारिज करने की भी मांग की है।