Breaking News

त्वचा के ये बदलाव हो सकते हैं स्किन कैंसर के लक्षण, बिल्कुल भी न करें इग्नोर

कैंसर एक घातक बीमारी है. अगर समय पर इसके लक्षणों पर ध्यान न दिया जाए तो यह जानलेवा भी साबित हो सकती है. कैंसर के जितने भी प्रकार हैं उनमें त्वचा का कैंसर सबसे आम है. आमतौर पर स्किन कैंसर को लेकर लोगों को कम जानकारी होती है ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लोग अक्सर त्वचा में होने वाले बदलाव को सामान्य समस्या समझकर इग्नोर कर देते हैं. कई मामलों में कैंसर का पता इतनी देर में पता चलता है कि इलाज नामुमकिन हो जाता है.

क्लीवलैंड क्लीनिक की खबर के अनुसार डीएनए डैमेज होने के कारण कोशिकाओं में असमान्य वृद्धि कैंसर की मेन वजह होती है. जब भी त्वचा की कोशिकाओं में वृद्धि होने लगती है तो यह कैंसर का कारण बनती है. त्वचा की कोशिकाओं मे वृद्धि उन हिस्सों में ज्यादा होती है जहां पर सूर्य की किरणें नहीं पहुंच पातीं. इसलिए अगर त्वचा में कहीं भी असमान्य बदलाव नजर आते हैं तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.

  • स्किन कैंसर के लक्षण
  • स्किन में अचानक तिल जैसे काले धब्बे नजर आना.
  • किसी पुराने तिल या त्वचा लहसुन का आकार तेजी से बदलाव आना.
  • त्वचा पर दिख रहे किसी तिल या मसा नुमा निशान से लगातार पपड़ी उतरना.
  • त्वचा पर लाल पपड़ीदार निशान बनना.
  • किसी जगह पर लगातार जलन महसूस होना.
  • शरीर पर किसी जगह लगातार खुजली होना.स्किन कैंसर के प्रकार
    • बेसल सेल कार्सिनोमा
    • स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा
    • मेलेनोमा
    • एक्टिनिक केराटोसिस

    स्किन कैंसर का इलाज

    1. सर्जरी के माध्यम से स्किन कैंसर का इलाज संभव है. इसका प्रयोग सामान्यतौर पर त्वचा के स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा, या एक्टिनिक केराटोसिस के इलाज के लिए किया जाता है.
    2. रेडिएशन थेरेपी: रेडिएशन थेरेपी के द्वारा भी कैंसर का इलाज किया जाता है. इससे कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोका जाता है. इसमें एक मशीन कैंसर वाली जगह पर शरीर के अंदर रेडिएशन भेजती है.
    3. कीमो थेरेपी: कीमोथेरेपी भी कैंसर के इलाज का एक तरीका है. इसमें कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने के लिए दवाओं का उपयोग किया जाता है.
    4. फोटोडायनॉमिक थेरेपी: यह थेरेपी भी कैंसर के इलाज में उपयोग में लाई जा सकती है. इसमें एक विशेष दवा को नस के अंदर इंजेक्ट किया जाता है. यह दवा प्रकाश के संपर्क में आने तक एक्टिव नहीं होती, इसलिए इसे इंजेक्ट करने के बाद त्वचा पर लेजर प्रकाश डाला जाता है.
    5. इम्मयुनो थेरपी : यह कैंसर से बचने का एक ऐसा तरीका है जिसमें कैंसर से बचाव के लिए इम्यून सिस्टम का प्रयोग किया जाता है.