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जमशेदपुरः सरयू राय और रघुवार दास समर्थकों के बीच चले लाठी-डंडे, कई घायल

जमशेदपुर (jamshedpur) के सिदगोड़ा सूर्य मंदिर (Sidgora Sun Temple) के टाउन हॉल परिसर में शुक्रवार देर शाम पुलिस की मौजूदगी में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास (Raghuvar Das) और जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय (Saryu Rai) के समर्थकों के बीच हिंसक झड़प हो गई। इस दौरान रघुवर समर्थकों ने सरयू समर्थकों को दौड़ाकर पीटा। लाठी-डंडे, कुर्सियों और टेंट के पाइप से वार किया गया। इसमें भाजमो के जिलाध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव (Subodh Srivastava) समेत एक दर्जन लोग घायल हो गए।

घटना के बाद दोनों पक्षों के लोग सिदगोड़ा थाना पहुंचे और एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। घटना के बाद प्रशासन ने सिदगोड़ा टाउन हॉल परिसर के मेन गेट पर ताला लगा कार्यक्रम स्थगित करने की घोषणा कर दी। सिदगोड़ा सूर्य मंदिर परिसर में 2002 से रघुवर समर्थकों (भाजपा) का वर्चस्व रहा है। जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय के बनने के बाद सूर्य मंदिर कमेटी दो पक्षों में बंट गई।

2019 के विस चुनाव में रघुवर दास को हराने वाले सरयू राय ने मंदिर परिसर स्थित परिसंपत्तियों के रघुवर समर्थकों के व्यावसायिक इस्तेमाल की शिकायत शासन व प्रशासन से की थी। प्रशासन ने अधिकांश परिसंपत्तियों को अपने अधीन ले लिया। हाल में वहां संचालन समिति बनाई गई हैं। इसमें सरयू संरक्षक बनाये गये हैं।

यह मेरे ऊपर हमला
विधायक सरयू राय ने कहा कि यह हमला सुबोध श्रीवास्तव समेत अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं पर नहीं, बल्कि मेरे ऊपर है। अभी शहर से बाहर हूं। बेंगलुरू से शनिवार को शहर पहुंचने पर जानकारी लेंगे। इसके बाद रणनीति तय होगी।

मारपीट के बाद प्रशासन ने टाउन हॉल परिसर में जड़ा ताला
सूर्य मंदिर के टाउन हॉल परिसर में शुक्रवार देर शाम रघुवर और सरयू समर्थकों के बीच मारपीट के बाद दोनों पक्ष सिदगोड़ा थाना पहुंचे, जहां नारेबाजी हुई। भाजमो समर्थकों की संख्या कम होने के कारण वे लोग काफी देर तक थाने में भी बैठे रहे। सूचना पाकर प्रशासन की तरफ से सिटी एसपी के. विजय शंकर और एसडीओ पीयूष सिन्हा ने दोनों पक्षों की बारी-बारी से बात सुनी। इसके बाद सिटी एसपी और एसडीओ सिदगोड़ा टाउन हॉल परिसर पहुंचे, जहां मौके का मुआयना करने के बाद कार्यक्रम स्थगित करने का आदेश दिया। एसडीओ पीयूष सिन्हा ने सिदगोड़ा टाउन हॉल परिसर के मेन गेट में ताला जड़वा दिया।

विवाद की पहले से थी आशंका
सूर्य मंदिर कमेटी के बीच चल रहे विवाद को लेकर प्रशासन को आशंका थी। प्रशासनिक अधिकारी दोनों गुट पर नजर बनाए हुए थे, लेकिन दोनों गुटों के बीच संघर्ष के बाद प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा और सिदगोड़ा टाउन हॉल परिसर में बंद करने का निर्देश जारी कर दिया गया।

टेंट लगाने से शुरू विवाद खूनी संघर्ष में बदल गया
घुवर दास के नेतृत्व एवं चंद्रगुप्त सिंह के संरक्षण वाली सूर्य मंदिर कमेटी ने शनिवार को मंदिर परिसर स्थित मैदान में फल एवं छठ सामग्री वितरण का कार्यक्रम निर्धारित किया गया था। वहीं सरयू राय वाली मंदिर कमेटी की ओर से छठ व्रतियों के बीच फल वितरण एवं भजन कीर्तन का कार्यक्रम तय था। दोनों पक्ष कार्यक्रम को लेकर वहां टेंट लगा रहे थे। रघुवर दास के समर्थकों ने उसी मैदान में भजन संध्या का आयोजन रखा है।

इसके लिए स्टेज का निर्माण हो रहा था। दोनों की ओर से एक-दूसरे के सामने कुर्सियां लगाई गई थीं। रात आठ बजे रघुवर पक्ष के लोगों ने सरयू गुट के टेंट में तोड़फोड़ शुरू कर दी और फिर दोनों ओर से हंगामा शुरू हो गया। देखते-देखते दोनों ओर से कुर्सियां चलने लगीं। इसके बाद लाठी-डंडे भी चले। फिर टेंट के खंभे उखाड़कर दोनों पक्षों के लोगों ने एक-दूसरे पर हमला करने लगे। इस दौरान छठ व्रत के लिए मंगाई गई वितरण सामग्री को भी तितर-बितर कर दिया गया। घटना में कई पत्रकार और फोटोग्राफरों को भी चोटें लगी।