पश्चिम बंगाल में हुगली की डीएम और एसडीओ टोटो (बैटरी चालित रिक्शा) पर सवार होकर बाढ़ पीड़ितों का हालचाल जानने दुर्गम इलाकों में पहुंचीं तो लोग हैरान रह गये। ग्रामीणों को लगा कि कोई फिल्म की शूटिंग होने वाली है। बाद में जब उन्हें पता लगा कि यह जिले की अधिकारी हैं तो आश्चर्यचकित रह गये। हुगली के खानाकुल के ब्लॉक 2 के धनगड़ी ग्राम के दुर्गम इलाकों में एसी कारों को दुर्गम व कच्ची सड़कों पर चलने में काफी दिक्कतें हो रही थीं। हुगली की डीएम दीपा प्रिया पी और आरामबाग की एसडीओ हसीन जेहरा रिजवी ने अपनी कारों से उतर कर टोटो में सवार हो गईं।
टोटो से ही ग्रामीणों के बीच पहुंच गयीं। डीएम के साथ केंद्र सरकार की 3 सदस्यीय टीम भी थी जो हुगली के खानाकुल में बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों का सर्वे करने आई थी। दोनों महिला अधिकारियों के टोटो पर सवार होने के दृश्य को देखकर स्थानीय लोग आश्चर्यचकित रह गये। टोटो में इन्हें देखकर पहले तो लोग समझे कि फिल्म की शूटिंग जैसा कोई मामला है लेकिन बाद में पुलिस के लाव-लश्कर को देखकर वे समझ गए कि टोटो में सवार महिलाएं प्रशासन की आला अधिकारी हैं।
दोनों अधिकारियों ने टीम के साथ मौके का निरीक्षण किया। एसडीओ और डीएम मैडम को देखने के लिए खानाकुल के इस बाढ़ प्रभावित इलाके में आम लोगों की काफी भीड़ उमड़ पड़ी। केंद्र सरकार की टीम के साथ एसडीओ और डीएम मैडम ने बाढ़ पीड़ितों के साथ घुलमिल कर ग्राउंड जीरो से उनकी समस्याएं जानीं उनकी समस्याओं के निदान के उपाय स्थानीय अधिकारियों को बताये। डीएम और एसडीओ का इस तरह एक साथ टोटो में पहुंचना लोगों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है।