गुरुग्राम में सेक्टर-47 के बाद अब सेक्टर-12 में भी खुले में नमाज पढ़ने का विरोध होने लगा है। शुक्रवार को सेक्टर-12 के चौक पर कुछ लोगों ने खुले में नमाज पढ़ने का विरोध किया। विरोध करने वाले लोगों का कहना है कि नमाज पढ़ने वाले स्थानीय लोग नहीं हैं। कुछ बाहरी लोग यहां आकर नमाज पढ़ रहे हैं। पुलिस की मौजूदगी में पढ़ी गई नमाज : यहां तैनात पुलिस ने विरोध करने वालों को आगे नहीं बढ़ने दिया। पुलिस की मौजूदगी में नमाज पढ़ी गई। बताया जा रहा है कि सेक्टर-12ए में खुले में नमाज पढ़ने का विरोध जताने के लिए 30 से 35 लोग एकत्र हो गए थे। विरोध करने वाले लोगों ने नारेबाजी भी की। विरोध की सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया।
शिकायत में बाहरी लोग होने का आरोप लगाया : इस मामले में ईस्ट राजीव नगर निवासी महिला कमलेश सैनी ने सेक्टर-14 थाना में शिकायत दी है। उनका आरोप है कि बीते कुछ समय से लोग खुले में नमाज पढ़ रहे हैं। ये लोग न तो राजीव नगर कॉलोनी के रहने वाले हैं और ना ही गुरुग्राम गांव के हैं। ये बाहरी लोग हैं, जो यहां आकर नमाज पढ़ रहे हैं। शिकायतकर्ता ने मांग की कि इन लोगों की जांच होनी चाहिए। शिकायतकर्ता महिला ने यह भी कहा कि यदि अगले सप्ताह भी यहां नमाज पढ़ी गई तो स्थानीय लोग विरोध जताएंगे और माहौल खराब हुआ तो इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
अन्य स्थानों पर भी हुआ विरोध : सेक्टर-12 के अलावा पहले भी शहर के अन्य स्थानों पर भी खुले में नमाज पढ़ने का विरोध हो चुका है। इसके चलते ऐसे लोगों को वहां से हटना पड़ा। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया और वहां से नमाजियों को भेज दिया। वहीं, सामाजिक समरसता को ध्यान में रखते हुए वजीराबाद में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने खुद ही नमाज नहीं पढ़ी। हालांकि, मामला दो समुदायों से जुड़ा होने के कारण पुलिस सभी संगठनों को समझाने का प्रयास कर रही है।
”21 साल से प्रशासन की निगरानी में खुले में नमाज पढ़ी जा रही है। अब अचानक विरोध कर पहचान पत्र मांगे जा रहे हैं। शांतिपूर्वक नमाज पढ़ने से किसी को दिक्कत नहीं होने चाहिए।” -मुफ्ती मोहम्मद सलीम कासमी, अध्यक्ष जमीयत उलेमा, गुरुग्राम ”नमाज पढ़ने के दौरान हुए विरोध के दौरान मौके पर पुलिस मौजूद रही। इससे माहौल को बिगड़ने नहीं दिया गया। महिला की ओर से लिखित शिकायत मिली है। इसकी जांच की जा रही है।”