सरकार क्रेडिट कार्ड रखने वले उन ग्राहकों को क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने की मौका जरुर देती हैं जिनका सिविल स्कोर बेहद अच्छा होता है। ऐसे ग्राहकों के पास बैंक से क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने के लिए कॉल या मैसेज आते हैं जिसमें उन्हें यह ऑफर दिया जाता है। कुछ लोग बैंक के इस ऑफ़र को एक्सेप्ट कर लेते हैं और अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़वा लेते हैं तो कुछ ग्राहक मना कर देते हैं। आइये आज हम आपको बताते हैं क्रेडिट लिमिट बढ़ाने से होने वाले फायदे नुकसान के बारे में।
क्रेडिट लिमिट बढ़ाने के फायदे
- अगर आप बैंक का ऑफर स्वीकार कर क्रेडिट लिमिट बढ़वा लेते हैं तो इसका फायदा यह होता है कि आपके क्रेडिट स्कोर में सुधारा आ सकता है और आपका सिविल स्कोर ठीक होने के साथ ही री-पेमेंट हिस्ट्री ठीक होने आपकी क्रेडिट लिमिट बढ़ती है।
- इसके साथ ही अगर आपकी क्रेडिट लिमिट बढ़ी हुई है तो आप मुश्किल में बैंक से आसानी से लोन प्राप्त कर सकते हैं। मान लीजिये आपकी नौकरी चली गयी, घर के सदस्यों की बीमारियां फिर दुर्घटना जैसे हालात का आप बेहतर तरीके से सामना कर सकेंगे।
- इसका एक फायदा यह भी है कि अगर आप अगली ड्यू डेट तक क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान नहीं कर पा रहे है तो आप अपने पूरे बिल या इसके कुछ हिस्सों को ईएमआई में कन्वर्ट करा सकते हैं।
- आपकी क्रेडिट लिमिट बढ़ी हुई है तो आपको बैंक से ज्यादा लोन मिल सकता है। हालांकि यह लों सिर्फ उन्हें ही मिल सकता है जिनकी अच्छी क्रेडिट हिस्ट्री है और जिन्होंने बैंक का भुगतान समय पर किया है ।
क्रेडिट लिमिट बढ़ाने के नुकसान
- क्रेडिट लिमिट बढ़वाने के जहां कुछ फायदे हैं वहीं कुछ नुकसान भी हैं। जैसे कि आप पर कर्ज का बोझ अधिक बढ़ सकता है। क्रेडिट लिमिट बढ़ाने से आपकी खर्च करने की कैपिसिटी बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में अगर आपने सोच समझ कर क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल नहीं किया तो आप कर्ज के भयंकर जाल में फंस जाएंगे।
- क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान समय पर न करने पर बकाया राशि पर आपको अधिक ब्याज देना पड़ेगा जिससे आपका बजट गडबडा जायेगा। अगर आपकी क्रेडिट लिमिट बढ़ी हुई है और तय रकम से अधिक खर्च कर दिया है तो ज्यादा बहुत हद तक संभावना है कि आप अपने बिल का पूरा भुगतान समय पर नहीं कर पाएंगे। ऐसे में आपको अधिक ब्याज चुकाना पड़ेगा जो आपके लिए नुकसान दायक साबित होगा।