उत्तर प्रदेश के ललितपुर में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही देखने को मिली. यहां एक युवक के हाथ में कोरोना वैक्सीन लगवाने के दौरान सुई टूट गई. इसके कारण युवक की हालत बिगड़ गई. असहनीय दर्द होने पर नौ दिनों के बाद जिला अस्पताल के डॉक्टर ने ऑपरेशन कर सुई तो निकाल दी, लेकिन मरीज का दायां हाथ और पैर सुन्न हो गया है. उसे मेडिकल कॉलेज झांसी के लिए रेफर किया गया है. बताया जा रहा है कि बानौनी गांव के रहनेवाले 22 वर्षीय इंद्रेश अहिरवार ने 9 सितंबर को गांव के ही एक विद्यालय में आयोजित कैम्प में कोविड वैक्सीन लगवाई थी.
आरोप है कि वैक्सीन लगवाने के बाद हाथ में फफोला पड़ने के साथ ही बुखार आ गया. निजी डॉक्टर से इलाज कराने के बाद भी हालत में सुधार नहीं हुआ. उसने बताया कि धीरे-धीरे हाथ सुन्न होने लगा तो उसने 13 सितंबर को जिला अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक को दिखाया. जब डॉक्टर ने मरीज का परीक्षण किया तो हाथ मे सुई की चुभन हुई. यही नहीं सीटी स्कैन में भी हाथ मे सुई फंसी दिखाई दी. सीटी स्कैन और एक्स-रे की रिपोर्ट आने के बाद सर्जन ने 18 सितंबर को मरीज के हाथ मे फंसी सुई (निडिल) निकाल दी. करीब एक घण्टे के ऑपरेशन के बाद मरीज को राहत तो मिल गई है, लेकिन उसका दायां हाथ और एक पैर काम नहीं कर रहा है. डॉक्टरों ने उसे मेडिकल कॉलेज झांसी के लिए रेफर कर दिया है. गौरतलब है कि पिछले दिनों शहर के रावर स्कूल में आयोजित एक कैम्प में स्वास्थ्यकर्मियों ने एक व्यक्ति को एक साथ वैक्सीन की दो डोज लगा दी थी. जिसके बाद उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की वजह से एक अन्य युवक की भी जान पर बन आई है.