कोरोना वायरस न केवल कोरोना मरीजों की जान ले रहा है बल्कि भावनात्मक तौर पर पूरे समाज पर कहर बरपा रहा है. इंदौर में एक महिला के पति की कोरोना से मौत हो गई. इसके कुछ ही घंटे बाद महिला ने खुद भी आत्महत्या करके जान दे दी. ये मामला इंदौर के तुकोगंज थाने का है जहां एक महिला ने अपने पति की कोरोना से मौत हो जाने के बाद शनिवार की रात सुसाइड कर लिया. तुकोगंज थाने के इंस्पेक्टर कमलेश शर्मा ने बताया कि महिला की उम्र करीब 37 वर्ष है. जिसका पति 43 वर्ष का था जो कोरोना संक्रमित हो गया था. 24 अप्रैल को उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया. लेकिन बीते शनिवार पति की मौत हो गई. इसके कुछ ही घंटे बाद महिला ने प्राइवेट अस्पताल से कूदकर अपनी जान दे दी.
कोरोना ने मरीजों और उनके परिवारों को न केवल स्वास्थ्य की दृष्टि से परेशान किया है बल्कि इसका आर्थिक और इमोशनल पहलू भी अधिक परेशान करने वाला है. कोरोना का आर्थिक पहलू गरीब लोगों को और अधिक तंग कर रहा है. इलाज के नाम पर लोगों से मोटी फीस वसूली जा रही है. इसी को ध्यान में रखते हुए इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह ने निर्देश दिये हैं कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिये चलाई जा रही आयुष्मान योजना का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाये. इस योजना के तहत कोरोना मरीजों को भी लाभान्वित किया जाये. किसी भी तरह की परेशानी मरीजों तथा उनके परिजनों को नहीं हो.
कलेक्टर मनीष सिंह ने निर्देश दिए हैं कि समस्त आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को कोविड उपचार का नि:शुल्क लाभ दिया जाये. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा कोविड उपचार योजना में आयुष्मान कार्ड धारकों का नि:शुल्क इलाज करने के निर्देश दिये गये हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा ”शासन द्वारा जारी प्रतिबंध आगे भी लागू रहेंगे. औद्योगिक इकाइयों के कामगारों को परिचय पत्र साथ में रखना होगा.”