महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि महाराष्ट्र को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। साथ में ये भी कहा है कि – चुप हूं तो इसका मतलब ये नहीं है कि मेरे पास जवाब नहीं है। वह सही समय पर इस पर बात करेंगे। हालांकि उद्धव ने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन माना जा रहा है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत और कंगना से पैदा हुए विवाद को लेकर कही जा रही बातों के जवाब में ये बात कही है।
उद्धव ने ये बातें रविवार को महाराष्ट्र की जनता से फेसबुक लाइव में कही हैं। बता दें कि कंगना रनौत लगातार शिवसेना और खुद उद्धव के खिलाफ हमलावर हैं। कंगना के सपोर्ट में बीजेपी के नेता भी हैं। बयानबाजी तब और बढ़ गई जब कंगना के बांद्रा स्थिति घर, दफ्तर पर BMC ने कार्रवाई की। इसे शिवसेना के नेताओं पर कंगना के बयानों का बदला करार दिया गया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्धव ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जनता ने लॉकडाउन के नियमों का पालन किया है। हालांकि, अभी कोरोना संकट का खत्म नहीं हुआ है। सरकार की तरफ से सामान्य जीवन को पटरी पर लाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि लोगों ने इस दौरान संयम दिखाया है और राज्य सरकार का भरपूर साथ दिया है।
सीएम ने कहा कि महाराष्ट्र में जो चीजें हो रही हैं, उसको लेकर मैं आज बात करूंगा। मैं शुरुआत कोरोना से करना चाहूंगा। अब कहा जा रहा है कि कोरोना का संकट बढ़ता जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया है। उन्होंने कहा कि सभी धर्म के लोगों ने सामाजिक जिम्मेदारी का पालन करते हुए अपने त्योहार मनाएं। कोरोना का संकट बढ़ रहा है। उद्धव ने कहा कि मेरी राज्यवासियों से अनुरोध है कि वे जब भी बाहर निकलें मास्क का प्रयोग जरूर करें। मास्क ब्लैक बेल्ट की तरह है। उन्होंने कहा कि दिसंबर-जनवरी तक कोरोना वैक्सीन तैयार हो सकती है।
कोरोना को लेकर उन्होंने कहा कि 15 सितंबर से उनकी सरकार एक हेल्थ चेकअप मिशन लॉन्च करने जा रही है। मेडिकल टीम घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी लेगी। हम ऑक्सीजन की कमी को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। उद्धव ठाकरे ने कहा कि अभी उनका ध्यान कोरोना पर है इसलिए राजनीति की बात नहीं करेंगे।