हम सब ने अपनी जिंदगी में एक कहावत जरूर सुनी होगी कि डूबते को तिनके का सहारा. यकीनन कुछ लोगों ने कई बार इस लाइन के जरिए हमें जीवन का सार सिखाने की कोशिश की होगी. दरअसल इसी लाइन से जुड़ा एक किस्सा इन दिनों लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल एक शख्स अपने जहाज से प्रशांत महासागर में गिर गया. जब ये शख्स समुद्र में जाकर गिरा गिरा तब उसके शरीर के ऊपर लाइफ जैकेट तक नहीं थी. इस मुसीबत की घड़ी में उसे थोड़ी दूरी पर तैरता हुआ कचरा दिखा और इसी कचरे ने उसकी जान बचा ली.
एक रिपोर्ट के मुताबिक 52 वर्षीय विदम परवर्तीलोव ने इस वाकये के बारे में कहा कि कचरे का वो ढेर किसी से जुड़ा नहीं था और न ही वो किसी और चीज में अटका था. वो बस एक कचरे का ढेर था और इसी को पकड़कर मैं 14 घंटे तक समुद्र में किसी तरह जिंदा रह पाया. ये घटना वाली उस वक्त घटी जब विदम परवर्तीलोव इंजन रूम में फ्यूल पंपिंग मशीन के पास थे. इस दौरान नींद और थकान की वजह से वह खुले में हवा खाने आ गया. उन्होंने यहां स्ट्रेचिंग करने की कोशिश की और वो समुद्र में जा गिरे.
उनका बचना आसान नहीं था
विदम परवर्तीलोव जिस वक्त समुद्र में गिरे तब उनके शरीर पर लाइफ जैकेट भी नहीं थी. ऐसे में उनका बचना आसान नहीं था. तकरीबन छह घंटे बाद ही जहाज के कर्मचारियों ने देखा कि विदम परवर्तीलोव जहाज से गायब है. ऐसे में उनके साथियों ने जहाज को तुरंत वापस घुमाया गया. आसपास के जहाजों को इमरजेंसी संदेश भेजा गया. 14 घंटे के बाद सिल्वर सपोर्टर जहाज के एक कर्मचारी को विदम की आवाज सुनाई पड़ी. दूर समुद्र में एक आदमी जहाज की तरफ हाथ हिला रहा था. विदम ने जब सब लोगों को अपनी कहानी बताई तो ये दिलचस्प कहानी सुनकर लोगों दंग रह गए. इसके बाद इस खबर ने दुनियाभर में सुर्खियां बटोर ली