बिहार के दरभंगा जिले के सिंहवाड़ा प्रखंड में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसके बारे में सुनकर आपको खुद भी शर्म लगने लगेगी और सोच में पड़ जाएंगे कि क्या आज के युग में ऐसे भी लोग हो सकते हैं? इस घटना को अंजाम एक बाप के द्वारा दिया गया है, जिसने अपने द्वारा लिये गये कर्ज को चुकाने के लिए अपनी ही बेटी का सौदा कर दिया केवल बाप ही नहीं उसके द्वारा इस पाप में बेटी का भाई भी शामिल था.
प्राप्त जानकारी के हिसाब से आरोपी ने पीड़िता के पिता और भाई के सामने ही उसकी बेटी के साथ रेप किया और उसके पिता और भाई खड़े ये तमाशा देखते रहे. सिंहवाड़ा थाने में पीड़ित महिला ने अपने पिता और भाई पर दुराचार करवाने का आरोप भी लगाया है.
इस बारे में पीड़िता ने कहा है कि जब आरोपी ने उसके साथ दुष्कर्म किया तो उसने इस बात की शिकायत अपने पिता और भाई से दोनों से की, लेकिन उनके घरवालों ने कहा कि ये सब उन्हीं की इजाजत से ही हुआ है. जब अगले दिन पीड़िता ने घटना के बारे अपने परिजनों को बताया तो आरोपी पर किसी तरह की कार्रवाई करने की जगह उन लोगो ने पीड़िता को ही समझाना बुझाना शुर कर दिया. इसके बाद ही पीड़िता पूरा मांजरा समझ गयी.
केवल ये ही नहीं पीड़िता से उसके पिता ने कहा था कि ‘तुम अपने पति को छोड़ दो. तुम्हारे लिए कोई अच्छा लड़का ढूंढ कर तुम्हारी शादी करा देंगे, उसके साथ रहो.’ जब पीड़िता ने इस बात का विरोध किया तो पिता ने उसे घर में बंद कर दिया गया और उसके साथ ही उसके आठ महीने के बच्चे को जान से मारने की धमकी भी दी. पीड़िता ने कहा कि आरोपी ने एक माह तक बंधक बनाकर उसके साथ मनमानी भी की.
उन सबसे जान छुड़ा कर पीड़िता अपने ससुराल पहुंची और वहां से अपने पति, सास, ससुर के साथ ओडिसा चली गई. उसके पिता वहां भी फोन कर के लौटने का दबाव बनाने लगे. इससे परेशान होकर ही उसने सारी बात अपने ससुराल वालों को बताई, फिर ससुराल वाले पीड़िता को लेकर महिला थाने पहुंचे. वहां पर पीड़िता ने अपने पिता उदयचंद्र भगत, भाई गुड्डू भगत, आरोपी व एपीएम थानाक्षेत्र के श्रीपुर बहादुरपुर निवासी चंद्रभूषण भगत सहित आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया.