मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक एक बार सुर्खियों में है. उन्होंने कृषि कानूनों का समर्थन करते हुए एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की खिलाफत की है. मलिक ने दादरी के निर्दलीय विधायक और सांगवान खाप-40 के प्रधान सोमबीर सांगवान को पत्र भेजा है, जिसमें किसान आंदोलन (KisaanAndolan) को जायज ठहराया गया है. इस चिट्ठी में मलिक ने कहा है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को यह बताने की कोशिश की है कि वे गलत रास्ते पर हैं. वे किसानों (KisaanAndolan) को दबाने, डराने और धमकाने का प्रयास न करें.
सत्यपाल मलिक ने पत्र में लिखा कि ‘किसानों के प्रदर्शन को लेकर मैं प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मुलाकात कर चुका हूं. मैंने उन्हें किसानों की वाजिब मांगों को मानने और उनके साथ न्याय करने की सलाह दी है. मैंने उनसे यह भी स्पष्ट कर दिया था कि किसानों का विरोध-प्रदर्शन दबाया (KisaanAndolan) नहीं जा सकता है. केंद्र सरकार को उनकी मांगें स्वीकार करनी चाहिए. मैं भविष्य में भी इस तरह का प्रयास करता रहूंगा. जो भी संभव होगा, मैं करूंगा.
राज्यपाल मलिक ने सांगवान को लिखे पत्र में कहा कि ‘मैं मई के पहले हफ्ते में दिल्ली आ रहा हूं. इससे संबंधित सभी नेताओं से संपर्क करके किसानों के पक्ष में उन्हें सहमत करने का प्रयास करूंगा. आंदोलन के कारण 300 से अधिक किसानों को खोना दुखद है. इसके बावजूद केंद्र सरकार ने इन किसानों के प्रति संवेदना में एक शब्द भी नहीं कहा. केंद्र सरकार की मंशा ठीक नहीं है और वह आंदोलन को तोड़ने और बदनाम करने का प्रयास कर रही है. किसान बधाई के पात्र है कि इन सबके बावजूद वे शांतिपूर्ण तरीके से शानदार और लंबी लड़ाई लड़ रहे हैं.