जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आतंकवादी हमले में शहीद हुए जूनियर कमीशन अफसर जसविंदर सिंह का पार्थिव शरीर कपूरथला जिले के गांव मानातलवंडी पहुंच गया है. शहीद अफसर का पार्थिव शरीर जिले के माना तलवंडी गांव में उनके आवास पर सुबह करीब 10 बजकर 50 मिनट पर पहुंचा. जैसे ही गांव में पार्थिव शरीर पहुंचा वहां कोहराम मच गया. सभी लोगों की आंखें नम हो गईं. इस दौरान मां और पत्नी का रो-रोकर हाल बुरा हो गया. शहीद के गम में न सिर्फ परिवार बल्कि पूरा गांव उन्हें याद कर रो रहा था. बता दें कि 11 अक्तूबर को जम्मू और कश्मीर के पुंछ सेक्टर में एक एनकाउंटर में जसविंदर सिंह शहीद हो गए थे. ऑपरेशन में एक जेसीओ समेत चार अन्य जवान भी शहीद हुए थे.
15 दिन की छुट्टी पर आने वाले थे घर
शहीद की पत्नी राज कौर ने कहा कि शहादत के एक दिन पहले उन्होंने अपने पति से बात की थी. पत्नी ने बताया कि उन्होंने कहा था कि वह दो दिन बाद 15 दिन की छुट्टी लेकर घर आएंगे. पत्नी ने कहा कि उन्होंने बहुत वीरता दिखाई थी इसलिए उन्हें सेना पदक से भी सम्मानित किया गया था.
मां ने कहा परिवार का एकमात्र खेबनहार
शहीद की मां मनजीत कौर ने उन्हें याद करते हुए कहा कि वह परिवार का एकमात्र खेवनहार था अब परिवार चलाने में काफी मुश्किलों का समना करना होगा. शहीद जसविंदर सिंह के बड़े भाई ने बताया कि दो दिन पहले उनकी भी बात हुई थी. उन्होंने फोन पर बताया था कि वह बिल्कुल ठीकठाक है और खुश है. शहीद के गांव पहुंचे विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से शहीद जसविंदर सिंह के परिवार को एक करोड़ रुपये और एक सदस्य को नौकरी देनी चाहिए.