असम में एक दहलाने वाली घटना सामने आई है. यहां एक व्यक्ति को कथित तौर पर केरोसिन छिड़ककर जिंदा जला दिया गया और शव को दफना दिया गया. उस पर एक नवविवाहिता को मारने का आरोप था. गांव के लोगों ने अपनी अदालत लगाकर उसे सजा सुनाई, उसके बाद उसे जला दिया गया. वारदात की जानकारी मिलने पर पुलिस ने दफन किए गए शव को निकलवाया. पुलिस का कहना है कि उसका शव 90 फीसदी जला हुआ है. ये सनसनीखेज घटना असम के नौगांव जिले में हुई.
यहां के बोर लालुंग इलाके में जिस शख्स को जनसुनवाई के दौरान जिंदा जला दिया गया, उसका नाम रंजीत बोरदोलाई था. सब डिवीजनल पुलिस ऑफिसर (SDPO) एम. दास ने बताया कि हमें शाम करीब 6 बजे सूचना मिली थी कि जन सुनवाई के दौरान एक व्यक्ति को जिंदा जलाकर मार दिया गया है. उसके ऊपर हत्या करने का आरोप लगाया गया था. जलाने के बाद उसके शव को जमीन में दफना दिया गया है. इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को जमीन से निकलवाया. दास के मुताबिक, इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है.
नौगांव के जिस गांव में ये घटना हुई, वहां कार्बी समुदाय के लोगों की बहुतायत है. गांव के एक व्यक्ति ने बताया कि तीन दिन पहले इलाके में एक महिला का शव मिला था. उसकी हाल ही में शादी हुई थी. हत्या करने के बाद उसका शव गांव के तालाब में फेंक दिया गया था. उस शख्स ने दावा किया कि गांव की कुछ महिलाओं ने एक बुजुर्ग महिला को ये कहते हुए सुना था कि उसी ने नवविवाहिता की हत्या की है. इसके बाद गांव के समुदाय की बैठक हुई. इसमें उस बुजुर्ग महिला को बुलाया गया.
पूछताछ के दौरान उसने कथित तौर पर कबूल किया कि पांच लोगों ने मिलकर नवविवाहिता की हत्या की है. इसमें रंजीत बोरदोलोई ने उसका गला घोंटा था. युवक ने बताया कि जन सुनवाई के दौरान बुजुर्ग महिला के इस खुलासे के बाद रंजीत को बैठक में बुलाया गया. युवक ने दावा किया कि रंजीत ने वहां सबके सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया. इससे वहां मौजूद लोगों में से कुछ ने उसकी पिटाई शुरू कर दी. इसी बीच कुछ लोगों ने उसके ऊपर केरोसिन छिड़क दिया और आग लगा दी. बाद में उसके शव को दफना दिया गया.