पाकिस्तान में इन दिनों इमरान खान (Imran khan) की सत्ता हिली हुई नजर आ रही है. देशभर में इमरान के खिलाफ पूरी पार्टियों ने मोर्चा खोल दिया है. तो वहीं दूसरी तरफ अपनी ही सेना और अदालत पर इमरान भरोसा नहीं कर पा रहे. जी हां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को अपनी सेना और अदालत की ईमानदारी पर शक है, और शायद यही वजह भी है कि वो इन बातों को लेकर सवाल भी खड़े कर रहे हैं. इन दिनों इमरान इस तरह से बौखला गए हैं कि उनकी जुबान काबू में ही नहीं है. ऐसे शब्दों का वो इस्तेमाल कर रहे हैं जिसकी वजह से पूरी दुनिया के लोगों के बीच इमरान सिर्फ मजाक बनकर रह गए हैं. अपने भाषण में इमरान ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (Nawaz sharif) पर भी कीचड़ उछालने का एक भी मौका नहीं छोड़ा है. साथ ही अपनी सेना, अदालतों को भी भला बुरा कहने में कुछ बाकी नहीं लगाया है.
इमरान खान अपनी बयानबाजी में शब्दों की सारी मर्यादा लांघ गए और उन्होंने कहा कि, “ये वो नवाज शरीफ है, जो आज के दौर में सेना को लेकर ऐसी जुबान इस्तेमाल कर रहा है. इसने जनरल जिलानी के घर के उपर सरिया बनाते हुए मिनिस्टर का पद हासिल किया था. ये उस किस्म का आदमी है, जो जियाउल हक के जूते पॉलिश करने के बाद चीफ मिनिस्टर बना था. ये ऐसा शख्स है, जिसने जनरल दुर्रानी जिस समय आईएसआई के चीफ थे, तब पीपुल्स पार्टी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरने के लिए मिरान बैंक से इसने करोड़ों रुपया लिया था.”
जाहिर सी बात है कि इमरान खान के दिलो-दिमाग में ये डर बैठ चुका है कि उनके हाथ से सत्ता कहीं निकल न जाए. क्योंकि पाकिस्तान की 11 विपक्षी पार्टियों ने मिलकर इमरान की कुर्सी को हिलाने का काम शुरू कर दिया है. यही नहीं बल्कि लंदन में इलाज करवा रहे नवाज ने भी इमरान के लिए एक संदेश भेजा है. जिसमें उन्होंने इमरान खान को आईएसआई और सेना की कठपुतली बताया है. इस समय माहौल ऐसा है कि पाकिस्तान में सेना और आईएसआई को भी लोग आड़े हाथ ले रहे है.
पाकिस्तानी फौज पर की सवालों की बौछार
हैरानी तो तब हुई जब इमरान ने खुद इस बात को स्वीकार की किया किस तरह से सीमा पर भारतीय जवान (Indian Army) पाकिस्तानी फौज को उनकी नानी याद दिलाने में लगे हैं. यही नहीं इमरान ने ये भी स्वीकार किया है कि कैसे भारतीय सुरक्षाबलों से पंगा लेना पाकिस्तानी रेंजर्स को महंगा पड़ रहा है. इमरान ने तो ये तक कह दिया कि, “परसो 20 पाकिस्तान के सिक्योरिटी फोर्सेस के लोगों ने शहादत पाई. ये गीदड़ (नवाज़ शरीफ) जो दुम दबाकर बाहर भागा था.’
इमरान खान यहीं नहीं चुप हुए, उन्होंने आगे अदालतों पर भी सवालों के बौछार कर दिए. इमरान ने कहा कि उनके देश की अदालतें भ्रष्ट लोगों और सेना की मदद करती हैं. यही नहीं इमरान ने अपने आवाम के सामने ये भी ये कहा कि, “डीजी आईएसआई की सुप्रीम कोर्ट को रिपोर्ट थी. लेकिन हमारे देश की ये बदकिस्मती थी कि मुल्क की अदालतों ने इसकी (नवाज) हमेशा मदद की. ये ऐसा शख्स है, जिसने आसिफ जरदारी को दो दफा जेल में भिजवाया था. ये वो जरदारी था जिसके द्वारा इसके ऊपर पेपर मिल का केस ठोका गया था.”
फिलहाल इमरान खान के बयानों से एक बात तो जाहिर हो गई है कि वो खुद इस बात को सरेआम कबूल कर रहे हैं कि उनके देश की सेना भ्रष्ट हो चुकी है, अदालतें भी किसी काम की नहीं है. किसी भी देश के लिए दुनियाभर में अपनी फजीहत करवाने के लिए इतना बड़ा बयान दे देना काफी होता है. हालांकि इमरान खान के दिमाग में क्या चल रहा है अभी ये तो कह पाना मुश्किल है. लेकिन उनकी बौखलाहट दुनिया के सामने स्पष्ट जरूर नजर आ रही है.