पत्थरचट्टा या अजूबा का पौधा हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। आयुर्वेद में भी अजूबा या पत्थरचट्टा के विशेष औषधीय गुणों के बारे में बताया गया है। अगर किसी व्यक्ति को किडनी से संबधित कोई भी समस्या है, तो उसके लिए अजूबा का पौधा या इसके पत्ते (Ajooba ka patta) बेहद फायदेमंद होते हैं। अजूबा का पत्ता आपकी किडनी में पथरी की समस्या को जड़ से मिटाने में सक्षम है।
पत्थरचट्टा या अजूबा का पत्ता (Ajooba ka patta) इन रोगों से दिलाता है छुटकारा
- पत्थरचट्टा या अजूबा का पत्ता (Ajooba ka patta) किडनी की पथरी में लाभकारी
- मूत्र विकारों में फायदेमंद
- फोड़े, फुंसी से मिलती है निजात
- ब्लडप्रेशर की समस्या में लाभकारी
- ल्यूकेमिया में फायदेमंद
- योनि से संबधिंत रोगों में लाभ
- सिरदर्द की समस्या का अंत
- आंखों के लिए फायदेमंद
- चोट या घाव भरने में लाभकारी
- खूनी दस्त से दिलाता है निजात
आयुर्वेद के मुताबिक, पत्थरचट्टा या अजूबा के पौधे का पणपुट्टी और भष्मपथरी के नाम से जाना जाता है। वहीं मेडिकल सांइस में इसे ब्रायोफिल्म पिन्नाट्म कहा जाता है।
पत्थरचट्टा या अजूबा के पौधे के फायदे
- पत्थरचट्टा या अजूबा का पत्ता (Ajooba ka patta) तोड़कर गरम पानी के साथ रोज सुबह खाली पेट उसको सेवन करना चाहिए। ऐसा रोज करने से किसी भी व्यक्ति को पथरी की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
- अगर किसी व्यक्ित को पेट में ऐंठन या फिर दर्द की शिकायत रहती है तो उसे अजूबा के पत्ते का रस सोंठ के चूरन में मिलाकर खाना चाहिए।
- पित्ताशय में पथरी की समस्या वाले व्यक्तियों को अजवाइन और अजूबा के पत्तों को पीसकर पेस्ट बना लें, अब इसमें एक चम्मच गोखरू मिलाकर सुबह खाली पेट सेवन करें।
- वहीं अगर किसी व्यक्ति को योनि से संबधिंत कोई रोग है तो उस व्यक्ति को एक गिलास पानी में 10 अजूबा के पत्तों (Ajooba ka patta) को उबालकर काढ़ा बनाना चाहिए। इस काढ़े का रोजाना सुबह खाली पेट सेवन करने से योनि से संबधिंत समस्या से राहत मिलती है।
परहेज भी है जरूरी
अगर आप यहां दी गई किसी भी समस्या से ग्रसित हैं तो आप इन उपायों को अपना सकते हैं, लेकिन इन उपायों के साथ आपको कुछ परहेज भी ध्यान से करने हैं। इन उपायों के दौरान आपको चावल का सेवन नहीं करना चाहिए। वहीं इन उपायों को करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले लेनी चाहिए।