विधानसभा चुनावों का समय जैसे-जैसे करीब आ रहे है वैसे वैसे राजनीतिक पार्टियों का एक दूसरे पे आरोप प्रत्यारोप लगाने का दौर जारी है। इसी कर्म में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किसानों का मुद्दा उठाते हुए बीजेपी सरकार पे निशाना साधा था। अब बीजेपी ने अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए कहा कि अखिलेश झूठ बोलना और ट्वीट करना बंद करें. 2022 के चुनाव में जनता उन्हें जवाब देगी। कामेश्वर सिंह ने सवाल किया कि वे चार साल तक कहां गायब थे?
बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह ने सपा के राष्ट्रीय अध्य्क्ष पर तंज कस्ते हुए कहा कि अखिलेश ट्वीट के जरिए चुनाव नहीं जीतेंगे। वे ये न सोचें कि ट्वीट करके वे चुनाव जीत जाएंगे। भाजपा कार्यकर्ता हमेशा जनता के बीच रहते हैं. उन्होंने कहा कि वे जनता के बीच चलें, वहीं फैसला हो जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि अखिलेश यादव के ट्वीट का कोई मतलब नहीं है।
अखिलेश यादव 2012 से 2017 तक सत्ता में रहे हैं। सत्ता में रहने के दौरान उन्होंने किसानों के लिए कुछ नहीं किया। मोदी जी जबसे प्रधानमंत्री बने हैं और योगी जी जबसे मुख्यमंत्री बने हैं, किसानों से जुड़ी दर्जनों योजनाएं आई हैं। उन्होंने किसानों का उत्थान किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संकल्प है कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ जब हम मनाएं, तो किसानों की आय दोगुनी हो जाए। अनेक प्रकार का प्रयास भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार कर रही है।
सीएम योगी के शासनकाल में 86 लाख किसानों का ऋण माफ हुआ – कामेश्वर सिंह
कामेश्वर सिंह ने कहा कि सीएम योगी ने 86 लाख किसानों का 36 हजार करोड़ ऋण माफ किया था। साल 2007 में मायावती और 2012 में अखिलेश की सरकार थी। इस 10 साल के कार्यकाल में गन्ना किसानों के मूल्य भुगतान जितना उन्होंने नहीं किया उससे ज्यादा बीजेपी सरकार ने किया।
अखिलेश जो साइकिल चला रहे हैं। वो चार साल कहां थे, उनका कहीं पता नहीं था। वो सोचते हैं कि उनके ट्वीट करने से सरकार बन जाएगी, तो ऐसा नहीं है. बीजेपी कार्यकर्ता लगातार जनता के संपर्क में उनके बीच में रहते हैं।
किसानों को यूपी सरकार के बारे में दी जाएगी जानकारी
बीजेपी बहुत जल्द किसानों को केंद्र और यूपी सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी पहुंचाने के लिए अभियान शुरू करने वाली है। 16 अगस्त से 23 अगस्त के बीच यूपी के गन्ना बहुल 104 विधानसभा क्षेत्र में उनके मोर्चा के कार्यकर्ता जाएंगे और किसानों की बात सुनेंगे।