हिमाचल में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर चुनावी बिगुल बज चुका है। चुनाव आयोग ने आज प्रैस कांफ्रेंस करते हुए हिमाचल में चुनावों की तरीखों का ऐलान कर दिया है। चीफ इलेक्शन कमिश्नर ने बताया कि प्रदेश में 12 नवंबर को चुनाव होगा। वहीं 8 दिसंबर को नतीजों का ऐलान होगा। बता दें कि चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए आयोग की टीमों ने हाल ही में हिमाचल और गुजरात का दौरा किया था।
चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि हम विधानसभा के स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है। नए मतदाता, महिलाओं, बुजुर्गों, दिव्यांग जनों को भागेदारी महत्वपूर्ण है। कोशिश रहेगी कि ज्यादा से ज्यादा लोग मतदान में हिस्सा लें। उन्होंने कहा, ‘सभी मतदान केंद्र सुगम, सुरक्षित और सहज होंगे। सभी मतदान केंद्र ग्राउंड फ्लोर पर रखे जाएंगे। पानी, वेटिंग शेड, टॉयलेट, लाइटिंग की सुविधा होगी।’
चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, ‘कुछ पोलिंग बूथ की कमान महिलाओं को दी जाएगी। घर से पोस्टल बैलेट के जरिए वोटिंग करने का अधिकार मिलेगा। वोट डालने में प्राथमिकता दी जाएगी। सहयोगी और व्हीलचेयर प्रदान किए जाएंगे। पिक एंड ड्रॉप फैसिलिटी मुहैया कराई जाएगी।’ उन्होंने कहा, ‘अपने उम्मीदवारों को जानने के लिए सभी जानकारी उपलब्ध रहेगी। ये नागरिकों का अधिकार है। उम्मीदवारों को प्रचार के दौरान तीन बार अखबारों और टीवी चैनल पर एड के जरिए अपराधिक जानकारी देनी होगी।’
हिमाचल प्रदेश में सीटें
हिमाचल प्रदेश में नवंबर 2017 में विधानसभा चुनाव हुए थे। चुनाव के बाद, भाजपा ने जय राम ठाकुर के मुख्यमंत्री बनने के साथ सरकार बनाई थी। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में 68 सीटें हैं। तब राज्य की 17 विधानसभा सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थीं, जबकि तीन सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित थीं। राज्य में 48 विधानसभा सीटें सामान्य वर्ग के लिए थीं। पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 44, कांग्रेस ने 21 और अन्य ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी।