हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह का आज सुबह 3:40 बजे आइजीएमसी शिमला में निधन हो गया है। वह काफी समय से बीमार थे। दो बार कोरोना संक्रमण को मात देने के बाद भी लगातार अस्पताल में उपचाराधीन थे व दो दिन से वेंटीलेटर पर थे। वीरभद्र सिंह ने आईजीएमसी अस्पताल शिमला में अंतिम सांस ली। पूर्व मुख्यमंत्री की तबीयत कोरोना से ठीक होने के बाद और बिगड़ी थी और उपचार के लिए आइजीएमसी में भर्ती करवाया गया था। हाल ही में वह 87 वर्ष के हुए थे। पूर्व मुख्यमंत्री के पार्थिव शरीर को उनके निजी आवास होलीलाज लाया गया है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्य में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित कर दिया है।
आईजीएमसी में वीरभद्र सिंह के पार्थिव शरीर को स्पेशल वार्ड से उठाकर निचली मंजिल पर रखा गया है। पार्थिव शरीर को यहां से उनके निवास स्थान होली लॉज लाया गया। आइजीएमसी में कई कांग्रेसी नेताओं का पहुंचना शुरू हो गया। पार्थिव शरीर की इवाल्विंग करने के बाद स्वजनों को सौंप दिया गया।
उपचुनाव को लेकर बैठक स्थगित
मंडी में आज होने वाली कांग्रेस पार्टी की बैठक रद कर दी गई है। बैठक में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री समेत पार्टी के कई बड़े नेता शिरकत करने वाले थे। मंडी संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव की तैयारियों को लेकर यह बैठक रखी गई थी।
जयराम ठाकुर बोले, वीरभद्र सिंह का हिमाचल के विकास में अनुकरणीय योगदान
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा देवभूमि हिमाचल के छह बार मुख्यमंत्री रहे हिमाचल के वरिष्ठ नेता वीरभद्र सिंह के निधन का समाचार हम सबके के लिए बेहद दुःख देने वाला है। हिमाचल के लिए यह एक अपूर्णीय क्षति है, जिसकी भरपाई कभी नहीं होगी। हिमाचल के विकास में उनका योगदान अनुकरणीय है, जिसे कभी भुलाया नहीं जाएगा।