दुनियाभर में एयरशो (Air Show) का आयोजन किया जाता है, जहां लोग लड़ाकू विमानों और अन्य तरह के विमानों का प्रदर्शन देखते हैं. हालांकि, इस दौरान कई हादसे भी देखने को मिले हैं. ऐसा ही एक हादसा आज ही के दिन जर्मनी में हुआ. 28 अगस्त 1988 को जर्मनी (Germany) के रामस्टीन एयरबेस (Ramstein Air Base) पर सैन्य विमानों का एयरशो एक भयानक हादसे में तब्दील हो गया. दरअसल, तीन लड़ाकू विमान हवा में ही टकरा गए और फिर दर्शकों के ऊपर गिर गए. इस हादसे में 70 लोगों की मौत हो गई, जबकि सैकड़ों की संख्या में लोग घायल हो गए.
रामस्टीन एयरबेस पर 28 अगस्त को नाटो द्वारा स्पोंसर एयरशो का आयोजन किया गया. इस शो के अंत में इटली (Italy) की ‘फ्रीसे ट्रिकोलोरी टीम’ ने एर्मैची एमबी 339 लड़ाकू विमानों के जरिए अपने रूटीन की शुरुआत की. इस टीम का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कर्नल इवो नुतालारी ने किया. शो के दौरान नुतालारी ने एक क्रॉसओवर मूव किया, जिसमें उनका विमान दूसरी टीम के लड़ाकू विमानों के बेहद ही करीब से गुजरा. वहीं, अगली बार ऐसा करने पर नुतालारी इस साहसिक कदम का गलत आकलन कर बैठे और उनका लड़ाकू विमान मुख्य विमानों के समूह से जा टकराया. तीन लड़ाकू विमान हवा में टकरा गए.
एयरशो हादसे में घायल हुए 346 लोग
वहीं, विमानों की टक्कर के बाद इसका मलबा और जेट फ्यूल दर्शकों के ऊपर गिर गया. तीनों पायलटों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 30 के करीब दर्शकों ने भी दम तोड़ दिया. बड़ी संख्या में लोग बुरी तरह घायल हो गए और इनमें से अधिकतर जलने की वजह से जख्मी हुए थे. दूसरी ओर, अमेरिकी बेस होने की वजह से जर्मनी की एंबुलेंस यहां प्रवेश नहीं कर पाई. वहीं, अगले दो महीनों में इस हादसे में घायल हुए 40 अन्य लोगों की मौत हो गई. इस तरह इस एयरशो हादसे में 70 लोग मारे गए. विमानों की टक्कर की वजह से गिरे मलबे की चपेट में आकर 346 लोग जख्मी हो गए.
क्या थी हादसे की असल वजह?
रामस्टीन बेस पर हुए इस हादसे के बाद जर्मनी ने तीन साल के लिए सार्वजनिक एयर शो पर प्रतिबंध लगा दिया. तीन साल के बाद एक बार फिर उन्हें सख्त सुरक्षा उपाय के साथ आयोजित करने की मंजूरी दी. नए नियमों के तहत अब विमानों को दर्शकों से एक निश्चित दूरी पर उड़ान भरनी होगी और भीड़ की दिशा में विमानों को नहीं ले जाया जाएगा. वहीं, इस हादसे के दौरान कुछ लोग वीडियो भी बना रहे थे. ऐसे में जांचकर्ताओं को तुरंत इस हादसे की असल वजह का पता चल गया. अधिकतर विमान दुर्घटना जटिल फैक्टर की वजह से होते हैं. मगर रामस्टीन पर हुआ ये हादसा पायलट की गलती की वजह से हुआ था.