गुजरात के ऐतिहासिक सोमनाथ मंदिर से जुड़ा आज अहम दिन है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम के जरिए सोमनाथ मंदिर से जुड़े कई नए प्रोजेक्ट्स की शुरुआत की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भले ही वह वर्चुअली माध्यम से जुड़े हैं, लेकिन मन से सोमनाथ भगवान के चरणों में ही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जिन परियोजनाओं की शुरुआत की गई है, उनमें सोमनाथ सैरगाह, सोमनाथ प्रदर्शनी केंद्र और पुराने (जूना) सोमनाथ का पुनर्निर्मित मंदिर परिसर शामिल हैं. साथ ही श्री पार्वती मंदिर की आधारशिला भी रखी गई है.
इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी भी शामिल हुए. अमित शाह ने यहां मीटिंग में कहा कि पीएम मोदी ने बतौर मुख्यमंत्री ही सोमनाथ मंदिर के विकास की शुरुआत की थी, डिजिटली भी लोग अब इस मंदिर से आसानी से जुड़ रहे हैं. अमित शाह ने कहा कि इस मंदिर पर अनेक बार हमला किया गया, लेकिन हर बार ये मंदिर फिर खड़ा हुआ है. बता दें कि सोमनाथ सैरगाह को ‘प्रसाद (तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक, धरोहर संवर्धन अभियान) योजना’ के तहत 47 करोड़ रुपये से भी अधिक की लागत से विकसित किया गया है. ‘पर्यटक सुविधा केंद्र’ के परिसर में विकसित सोमनाथ प्रदर्शनी केंद्र में पुराने सोमनाथ मंदिर के खंडित हिस्सों और पुराने सोमनाथ की नागर शैली की मंदिर वास्तुकला वाली मूर्तियों को दर्शाया जाता है.
वहीं, पुराने (जूना) सोमनाथ के पुनर्निर्मित मंदिर परिसर को श्री सोमनाथ ट्रस्ट द्वारा 3.5 करोड़ रुपये के कुल परिव्यय के साथ पूरा किया गया है. इस मंदिर को ‘अहिल्याबाई मंदिर’ के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि इसे इंदौर की रानी अहिल्याबाई द्वारा तब बनाया गया था, जब उन्होंने पाया कि पुराना मंदिर खंडहर में तब्दीेल हो गया है. श्री पार्वती मंदिर का निर्माण 30 करोड़ रुपये के कुल परिव्यय से किया जाना प्रस्तावित है. इसमें सोमपुरा सलात शैली में मंदिर का निर्माण, गर्भ गृह और नृत्य मंडप का विकास करना शामिल होगा.