सूर्यकुमार यादव फिर चर्चा में हैं. इस बार अपनी 249 रन वाली तूफानी पारी के बदले नहीं. बल्कि उसके बदले मिले इनाम को ठिकाने लगाने को लेकर. दरअसल, सूर्यकुमार को पुलिस शील्ड टूर्नामेंट में जमाए दोहरे शतक के बदले जो इनाम मिला है, उसे उन्होंने जिनके नाम किया है, वो काबिलेतारीफ है. और यही उनके फिर से सुर्खियों में छाने की वजह है. मैच में शानदार प्रदर्शन के बदले मिले इनाम को आपने खिलाड़ियों को अपने परिवार वाले या फिर गुरुओं के नाम करते जरूर देखा होगा. लेकिन सूर्यकुमार यादव ने ऐसा नहीं किया. उन्होंने दोहरे शतक से मिली इनामी राशि को ग्राउंड्समैन को डेडिकेट किया है.
सूर्यकुमार यादव ने पुलिस शील्ड टूर्नामेंट के एक मैच की पहली पारी में 152 गेंदों का सामना करते हुए 249 रन बनाए थे, जिसमें 5 छक्के और 37 चौके शामिल हैं. 30 साल के भारतीय बल्लेबाज ने इस टूर्नामेंट में पारसी जिमखाना क्लब की ओर से खेलते हुए ये तूफानी दोहरा शतक जमाया. उन्होंने अपनी डबल सेंचुरी की स्क्रिप्ट पायेड स्पोर्ट्स क्लब के खिलाफ लिखी. सूर्यकुमार यादव की वो इनिंग कुल 199 मिनट की रही थी. उनकी इसी पारी के बदले उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया, जिससे मिली इनामी राशि को उन्होंने ग्राउंड्स मैन के नाम किया है.
सूर्यकुमार ने ग्राउंड्समैन के नाम की इनामी राशि
सूर्यकुमार यादव ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में अपने इस कदम का राज खोला. उन्होंने कहा कि मुजे लगता है कि ग्राउंड्समैन को हमेशा ही नजरअंदाज किया जाता रहा है. लेकिन उन्हें भी अपने काम का क्रेडिट मिलना चाहिए. सूर्यकुमार ने कहा,” मुकाबले के आयोजन में ग्राउंड्समैन का प्रयास भी कमाल का होता है. हमें उनके काम की सराहना करनी चाहिए. लोग खिलाड़ियों को तो प्यार, सम्मान देते हैं. अगले दिन पेपर में उनका नाम भी छपता है. पर ग्राउंड्समैन की बात कोई नहीं करता. उन्हें उनके काम का क्रेडिट मिलना चाहिए.”
दाएं हाथ के भारतीय बल्लेबाज ने कहा कि मुझे लगता है कि सभी खिलाड़ियों को ग्राउंड्समैन के बारे में सोचना चाहिए. मुकाबले में उनके योगदान पर ध्यान देना चाहिए. वो हमारे लिए पिच बनाते हैं. वो ये सुनिश्चित करते हैं कि हमें वो पिच मिले जिस पर हम अपना करियर संवार सकें. उनके योगदान की वाकई सराहना होनी चाहिए.