यमुनानगर के बिलासपुर अनाज मंडी में किसान महापंचायत शुरू हो गई। इसमें संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय नेता राकेश टिकैत पहुंच चुके हैं।राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार सरकारी विभागों को निजी कंपनियों के हाथों में बेचा जा रहा है। सरकार ने अपने घोषणा पत्र में यह नहीं कहा था कि वह सरकारी कंपनियों को बेचेगी। फिर भी सरकार एक के बाद एक कई विभागों को बेच चुकी है। यही निजी कंपनियां अब लोगों का शोषण करेंगी।
राकेश टिकैत ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों के वापस नहीं होने तक कोई भी इंसान घर नहीं जाएगा और न आंदोलन खत्म होगा। 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में महापंचायत होगी। वह उनका घर है फिर भी वह घर पर नहीं जाएंगे। महापंचायत से ही दोबारा दिल्ली में वापस लौट जाएंगे।
राकेश टिकैत ने कहा कि यमुनानगर की धरती बहुत ही पावन है। यहां के लोग महान है। जिस जगह पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है, वह हिमाचल में उत्तर प्रदेश के लोगों को आपस में जोड़ कर रखती है।
यमुनानगर से मुजफ्फरनगर बहुत ही नजदीक है, इसलिए यमुनानगर से बड़ी संख्या में लोग 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में होने वाली महापंचायत में हिस्सा लेने जाएंगे।
राकेश टिकैत ने कार्यक्रम में 3 घंटे देरी से पहुंचने पर कहा कि यह किसानों का जोश ही है। गर्मी में यहां पर बैठे हुए हैं।
टिकैत ने कहा कि देश बिकने लग रहा है। बच्चों के स्टेडियम तक सरकार बेच रही है। जब प्राइवेट कंपनियां इन स्टेडियम को चलाएंगे तो वह घूमने तक के लिए लोगों से एक हजार रुपये लेंगे। सरकारी बंदूक की ताकत पर सरकार देश में कब्जा करना चाहती है।
हरियाणा पंजाब के लोग इस गलतफहमी में मत रहे कि उन्हें एमएसपी मिलता है। यह एक छलावा है। किसान मांग कर चुके हैं कि सरकार हम एमसपी गारंटी कानून बनाए। फिर भी सरकार कानून नहीं बना रही। संसद को धोखे में रखकर यह बिल पास करवाए गए हैं।
कुछ लोग कह रहे हैं कि जिस राज्य में चुनाव होता है किसान वही जाते हैं। परंतु यह गलत है हम देश के हर राज्य में जाएंगे चाहे वहां चुनाव हो या ना हो।