संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने लखीमपुर कांड में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किए गए न्यायिक और एसटीएफ जांच को खारिज कर दिया है. एसकेएम की तरफ से 11 अक्टूबर तक आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी और उसके पिता को मंत्री पद से हटाने की मांग की गई है. कहा गया है कि अगर यह मांगें पूरी नहीं की गई तो तिकुनिया गांव में सभी किसान एकत्रित होंगे और आगे क्या करना है इसपर फैसला करेंगे. संयुक्त किसान मोर्चा का आरोप है कि सरकार लखीमपुर खीरी के दोषियों को बचाने के लिए पूरा जोर लगा रही है.
संयुक्त किसान मोर्चा 18 अक्टूबर को देशव्यापी रेल रोको आंदोलन की तैयारी कर रहा है. 12 अक्टूबर को तिकुनिया गांव में अरदास का कार्यक्रम है और यहां आगे की रणनीति तय की जाएगी. एसकेएम तीन अक्टूबर को हुई लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को हटाए जाने और उनके बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है. SKM का कहना है कि सुमित जयसवाल और अंकित दास जैसे लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया जाना चाहिए था लेकिन यूपी सरकार द्वारा अबतक यह नहीं किया गया है. बयान में कहा गया कि 12 अक्टूबर को शहीद किसान दिवस मनाया जाएगा.
एसकेएम ने किसानों से अपील की है कि लखीमपुर खीरी में शहीद हुए पांच लोगों के अंतिम अरदास में सभी लोग शामिल हों. यहां से केंद्र सरकार और योगी सरकार पर दबाव बनाने के लिए आगे की रणनीति तय की जाएगी. संयुक्त किसान मोर्चा के तरफ से कहा गया कि अगर सभी मांगें 11 अक्टूबर तक नहीं पूरी होती हैं तो 18 अक्टूबर को पूरे भारत में रेल रोको बुलाया जाएगा. यह 18 अक्टूबर को सुबह दस बजे से शाम के 4 बजे तक होगा.