धनतेरस पर कार खरीदने को बिहार में करीब 7000 लोगों ने बुकिंग कराई है। हालांकि महज 2000 से 2200 लोगों को ही कार मिलनी संभव होगी। शेष खाली हाथ रह जाएंगे। वजह यह कि शोरूमों में कारों की कमी है। कंपनियों से जितनी डिमांड की गई थी, उसके अनुरूप कारों की आपूर्ति ही नहीं हो सकी। मारुति के अधिकृत डीलर अलंकार आटोमोबाइल्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अशोक प्रियदर्शी ने कहा कि शोरूम में 1000 कारों की बुकिंग है। महज 440 ग्राहकों को धनतेरस पर डिलीवरी दी जा सकेगी। उन्होंने कहा कि मारुति कारों के लिए सिर्फ पटना में करीब 1800 बुकिंग मिली है।
सभी कंपनियों को मिलाकर पटना में 3500 कारों के लिए बुकिंग का अनुमान है। इसी तरह से पूरे बिहार में 7000 के करीब ग्राहकों ने कारों के लिए बुकिंग कराई है। फाडा के सदस्य व महिंद्रा एंड महिंद्रा के अधिकृत डीलर लीडर आटोमोबाइल्स के निदेशक पुष्पेश सरस ने कहा कि पटना में 1000 से 1200 कारों की ही डिलीवरी हो पाएगी। अशोक प्रियदर्शी ने कहा कि बिहार में 2000 से 2200 ग्राहकों को कारें मिल पाएंगी। शेष ग्राहकों को बाद में डिलीवरी होगी। उन्होंने कहा कि मारुति के पास सीएनजी वर्जन है लेकिन इसका भी शार्टेज है। हुंडई के डीलर इम्पेरियल शोरूम के निदेशक उदय शंकर ओझा ने कहा कि औरा, सेंट्रो का सीएनजी वर्जन के लिए एक माह की वेङ्क्षटग हैं। धनतेरस पर कुल 50 गाडियों की ही डिलीवरी हो पाएगी इसमें 12 सीएनजी माडल है। मेरे यहां कुल 175 बुकिंग हुई है। 125 ग्राहकों को गाड़ी नहीं दे पाएंगे।
वाहनों के इलेक्ट्रानिक्स सिस्टम को कंट्रोल करने के लिए सेमी कंडक्टर पार्ट्स का इस्तेमाल किया जाता है। यह चाइना से आता था जो अब नहीं आ रहा है। अशोक प्रियदर्शी ने कहा कि कुछ देशों से यह पार्टर्स आ तो रहा है लेकिन वैश्विकस्तर पर इसकी किल्लत है। इस वजह से वाहनों का निर्माण ही कम हो रहा है। दूसरी वजह यह है कि सीएनजी वाहनों की मांग है, लेकिन इसकी भी आपूर्ति नहीं हो पा रही है। पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ती जा रही हैं, इसलिए ग्राहक इसके विकल्प के रूप में सीएनजी और ई व्हैकिल की ओर मुड़ चले हैं, लेकिन इन वाहनों की अभी बाजार में कमी है।