बीते दिनों अमेरिका की राजनीति में एक बड़ा परिवर्तन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हार के रूप में देखने को मिला है। गत दिनों हुए राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप के प्रतिद्वंदी जो बाइडन ने उन्हें करारी मात दी है, लेकिन ट्रंप अपनी हार मानने को तैयार नहीं है। उनका कहना है कि चुनाव में धांधली हुई है। उनका कहना है कि कई ऐसी जगहों पर जहांं वे लीड में चल रहे थे। फिर वे एकाएक पीछे हो गए, लिहाजा अब वे हार मानने को तैयार नहींं हो रहे हैं। वे अब न्यायपालिका का रूख करेंगे।
माना जा रहा है कि वे इतनी आसानी से व्हाइट हाउस को छोड़ने वाले नहींं हैं। जनवरी माह में जो बाइडेन राष्ट्रपति पद की शपथ ले सकते हैं, मगर इस बीच माना जा रहा है कि ट्रंप व्हाइट हाउस को छोड़ने से पहले चीन के खिलाफ सख्त कदम उठा सकते हैं। गौरतलब है कि महामारी की शुरूआत से ही राष्ट्रपति ट्रंप कोरोना वायरस को लेकर चीन के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। ट्रंप का लगातार कहना है कि कोरोना वायरस की वजह से अमेरिका को भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। लिहाजा, चीन के खिलाफ अमेरिका ने सख्त कदम उठाने का मन बना ही लिया था कि इससे पहले अमेेरिका में राष्ट्रपति चुनाव ने दस्तक दे दी, लिहाजा अब माना जा रहा है कि ट्रंप व्हाइट हाउस को छोड़ने से पहले चीन के खिलाफ कुछ ऐसे कदम उठा सकते हैं, जिससे अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की मुसीबतें बढ़ सकती है।
ऐसे कदम उठा सकते हैं ट्रंप
यहां पर हम आपको बताते चले कि ट्रंप चीन में हो रहे ऊईगर मुस्लिमों के खिलाफ कदम उठा सकते हैं। ऊईगर मस्लिमों को लेकर वे कुछ ऐसा कदम उठा सकते हैं, जिससे अमेरिका की मुश्किलें बढ़ सकती है। इतना ही नहीं, हालात युद्ध तक भी आ सकते हैं। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़े लोगों पर वीजा प्रतिबंध और अमेरिकी एथलीट्स को बीजिंग ओलंपिक 2022 में खेलने से मन करने का आदेश देना भी शामिल है। चीनी हथियार कंपनियों के खिलाफ भी कदम उठा सकते हैं। बताया जा रहा है कि अगर ट्रंप कुछ ऐसा कदम उठाते हैं तो बाइडन के लिए मुसबीतें खड़ी हो सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप की विदेश नीति और जो बाइडेन की विदेश नीति में कुछ खास अंतर नहींं है। लेकिन इतना तो तय है कि आगामी दिनों में ट्रप द्वारा उठाए गए कदम जो बाइडेन के लिए मुसीबतें खड़ी कर सकते हैं।