समाजवादी पार्टी सांसद आजम खान की विधायक पत्नी तजीन फातिमा की रिहाई पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया दी है। एक ट्वीट के जरिए उन्होंने विधायक तजीन फातिमा की रिहाई को इंसाफ पर एतबार करने वालों की जीत बताया।
अखिलेश यादव ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा-रामपुर के सांसद आज़म खान जी की पत्नी तज़ीन फ़ातिमा जी की ज़मानत ने साबित कर दिया है कि नफ़रत की सियासत करनेवाले आख़िर में सच के आगे हारते हैं। भाजपा झूठ के जिस रास्ते पर चल रही है वो अन्याय की ओर जाता है और पतन की ओर ले जाता है। ये इंसाफ़ में एतबार करनेवालों की जीत है। इसके पहले सोमवार शाम विधायक तंजीन फातिमा को सीतापुर जेल से रिहा कर दिया गया गया था। तंजीन फातिमा को 34 मामलों में जमानत मिल गई है। जेल से बाहर आने के बाद विधायक तजीन फातिमा ने कहा कि जेल में उन्हें कोई सुविधा नहीं मिलती थी। जैसे आम कैदी रहते थे वैसे ही खाना, पीना, रहन-सहन सामान्य कैदियों की तरह था। उन्होंने कहा कि वह सरकारी कालेज में प्रोफेसर थीं। क्या अचानक से इतनी बड़ी क्रिमिनल हो गईं।
विधायक तजीन फातिमा, अपने पति सांसद आजम खान और छोटे बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ (26 फरवरी से) दस महीने जेल के महिला बैरक में रहीं। कोर्ट ने उनके खिलाफ दर्ज सभी 34 मामलों में जमानत दे दी है। उन्होंने कहा, ‘मैं 10 महीनों के बाद जेल से रिहा हुई हूं, इसका पूरा श्रेय मैं न्यायपालिका को देती हूं, न्यायपालिका ने मेरे साथ इंसाफ किया। मैं सरकारी कॉलेज में प्रोफेसर थी. मेरी सत्य निष्ठा सरकारी अधिकारियों ने प्रमाणित की है। मैं अचानक इतनी बड़ी क्रिमिनल हो गई। उन्होंने बताया कि रिहाई के समय आजम खान से उनकी कोई मुलाकात नहीं हुई।
सांसद आजम खान के खिलाफ 85 मामले चल हैं। इनमें से 73 में चार्जशीट लग चुकी है। 12 में विवेचना चल रही है। उनकी पत्नी विधायक तजीन फातिमा के खिलाफ कुल 34 मुकदमे दर्ज हैं। 32 मुकदमों में पहले ही जमानत मिल गई थी। अब जौहर यूनिवर्सिटी के लिए शत्रु संपत्ति को कब्जाने और रामपुर पब्लिक स्कूल के लिए धोखाधड़ी कर एनओसी लेने के मामले में भी जमानत मिली है। इसके बाद उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया है।