काशी में आज वाराणसी महापंचायत शुरू हुई, जिसमें कई राजनीतिक दलों ने हिस्सा लिया। महापंचायत में कांग्रेसी नेता रोशनी कुमार ने कहा कि हमारी पार्टी गंगा जमुनी तहजीब, हर धर्म और शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की बात करती है। भारतीय जनता पार्टी की तरह जुमलेबाजी कांग्रेस का काम नहीं है। कांग्रेस शासित राज्यों में जनता खुशी से रह रही है। उत्तर प्रदेश को आज रेप प्रदेश के नाम से जाना जाता है, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दिया था, उन्हीं के संसदीय क्षेत्र में रात 9 बजे एक बच्ची का रेप हो जाता है और उसके दरिदों को कोई सजा नहीं मिलती, उल्टा पुलिस प्रशासन केस को रफा-दफा कर देता है। इस मामले में भाजपा के किसी भी नेता ने आवाज नहीं उठाई।
वहीं सपा नेत्री शालिनी यादव ने कहा कि वाराणसी मॉडल को जिस तरह प्रोजेक्ट किया गया है वो उसी तरह है जिस तरह से पहले क्योटो की तरह प्रोजेक्ट किया गया है। कोरोना के दौरान काशी में मिस मैनेजमेंट देखा गया, यहां के सांसद प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस तरफ ध्यान नहीं दिया। सपा नेता शालिनी यादव ने कहा कि ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान अपराध का ताजा उदाहरण देखने को मिला।
भाजपा ने सत्ता और पैसों के दम पर पंचायत चुनाव जीता, पिछले चार सालों में उप्र में महिला अपराधों में 66 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। उन्नाव, हाथरस जैसी घटनाएं आम हो गई हैं। बच्चियों के साथ बलात्कार के बाद उनकी हत्या अब आम बात हो गई है। प्रदेश सरकार में महिलाओं के खिलाफ हर क्षेत्र में अन्याय हो रहा है। महापंचायत में वाराणसी के मंडलायुक्त ने भी हिस्सा लिया, उन्होंने कहा कि पहले एयरपोर्ट से शहर तक पहुंचने में 1 घंटे से ज्यादा समय लगता था, लेकिन अब लोग केवल 20 मिनट में शहर तक पहुंच जाते हैं, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनने के बाद वाराणसी में हर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर विकास हुआ है।
करीब 10 हजार करोड़ की परियोजनाओं से शहर का विकास किया जा रहा है, इसमें से कई परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं और कुछ पर काम चल रहा है। उधर, सपा नेता ने कहा कि वाराणसी में सीवर की समस्या अब तक गम्भीर बनी हुई है, शहर के एक धार्मिक स्थल तक सीवर का पानी पहुंच गया, जिससे लोग वहां तक नहीं पहुंच पा रहे, ऐसी स्थिति के बावजूद भाजपा विकास के दावे कर रही है। उधर कांग्रेस ने भी बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के 243 सांसदों में से 116 सासंदों के खिलाफ आपराधिक केस चल रहे हैं, इनमें रेप के और महिला उत्पीड़न के केस भी हैं।