केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे ने सीएम उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने की बात कहने पर पूरे राजनीति के गलियारे में हड़कंप मच गया. उनके बयान के बाद 4 शहरों में नारायण राणे के खिलाफ केस दर्ज हुई, आनन-फानन में नासिक पुलिस ने राणे को गिरफ्तार किया. वहीं नाराज शिवसैनिकों ने महाराष्ट्र के 17 से ज्यादा शहरों में प्रदर्शन और तोड़-फोड़ की, इस बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो योगी आदित्यनाथ को लेकर आपत्तिजनक बात कहते नजर आ रहे हैं।
बता दें कि ये वीडियो साल 2018 के दशहरा रैली का है, 2018 में सीएम योगी आदित्यनाथ ने खड़ाउं पहनकर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का माल्यार्पण किया था, इसके बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने उन पर निशाना साधा था.
उद्धव ठाकरे ने योगी पर आपत्तिजनक बयान देते हुए कहा था कि ईश्वर के प्रतिरुप शिवाजी महाराज की प्रतिमा के सामने जाने से पहले खड़ाऊं उतारना उनके प्रति सम्मान जाहिर करना है, ये एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन सीएम योगी ने ऐसा नहीं किया, उनसे और क्या अपेक्षा की जा सकती है। ठाकरे ने आगे कहा वो सीएम कैसे हो सकता है, वो एक योगी है, इसलिये उसे सबकुछ छोड़ देना चाहिये, और एक गुफा में बैठना चाहिये, वो सीएम की कुर्सी पर बैठता है और खुद को योगी कहता है, उसे यूपी और महाराष्ट्र के बीच संबंधों को समझना होगा, ये योगी तो गैस के गुब्बारे की तरह है, जो सिर्फ हवा में उड़ता रहता है, आया और सीधे चप्पल पहनकर महाराज के पास गया, इतना कहने के बाद उन्होने काफी तल्ख शब्दों का भी इस्तेमाल किया था।
वहीं इस वीडियो के सामने आने के बाद अब सोशल मीडिया में उनके द्वारा राणे पर की गई कार्रवाई को लेकर सवालिया निशान लगाया जा रहा है, लोग सवाल पूछ रहे हैं कि इन पर एक्शन क्यों नहीं लिया गया।
उद्धव ठाकरे के बयान के बाद काफी हंगामा हुआ था, यूपी की हिंदू युवा वाहिनी नाम के संगठन ने ठाकरे को जूता मारने वाले को 51 हजार रुपये ईनाम देने की घोषणा कर दी थी, योगी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि
मेरे अंदर उनसे कहीं ज्यादा शिष्टाचार है, मैं जानता हूं कि कैसे श्रद्धांजलि दी जाती है, मुझे उनसे कुछ भी सीखने की जरुरत नहीं है।