लॉकडाउन के बीच सामूहिक हत्याकांड से राजधानी लखनऊ में हड़कंप मच गया है। लखनऊ के बंथरा थाने में एक युवक ने अपने बेटे के साथ मिलकर परिवार के छह लोगों की धारदार हथियार से निर्ममता से हत्या कर दी। अजय सिंह नामक युवक ने संपत्ति के विवाद में सबसे पहले अपने पिता अमर सिंह को लखनऊ बॉर्डर से उन्नाव जिले के विशुन खेड़ा में गड़ासे से काटकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद लखनऊ पहुंचकर बंथरा थाना क्षेत्र स्थित खेत में छोटे भाई अरुण, भाभी राम साखी और भतीजे सौरभ (9 वर्ष) और भतीजी सारिका (2 वर्ष) को मौत की नींद सुला दिया। इसके बाद घर पहुंचकर मां रामदुलारी की भी हत्याकर दी।
वारदात के बाद अजय सिंह व उसका बेटा अंकित सिंह थाने पहुंचे और वारदात की जानकारी दी। जिसे सुनकर पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए। इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय समेत अन्य आला अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली। पुलिस अजय व अंकित से थाने में पूछताछ की है।अजय सिंह का पिता व परिवार के सदस्यों से संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था। अजय ने अपने 60 वर्षीय पिता अमर सिंह को विशुन खेड़ा में मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद अपने भाई अरुण (40 वर्ष), उसकी पत्नी रामसखी और नौ साल के बेटे सौरभ व दो साल की बेटी सारिका की भी हत्या कर दी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अरुण अपनी पत्नी के साथ खेत में फसल काट रहा था । इसी दौरान अजय और अंकित बांका लेकर वहां आ गए और हमला बोल दिया। ये सभी जब जान बचाने के लिए भागे तो अजय और अंकित ने उन्हें खदेड़ लिया और पास स्थित एक बाग में दोनों ने बांके से वार कर सभी को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद दोनों घर पहुंचे और वहां दरवाजे पर बैठी मां राम दुलारी (58 साल) की गर्दन रेत दी। राम दुलारी ने भी मौके पर ही दम तोड़ दिया।
खून से सने कपड़ों में थाने पहुंचा
ग्रामीणों का कहना है कि अंकित मौके से भाग गया जबकि अजय खून से सने कपड़ों में थाने पहुंचा और खुद को पुलिस के हवाले कर दिए। उसने माता-पिता समेत छह लोगों की हत्या की जानकारी दी तो पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए।
उसे तुरंत हिरासत में लेकर इंस्पेक्टर ने आला अधिकारियों को वारदात की सूचना दी। पुलिस आयुक्त, संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था नवीन अरोड़ा समेत अन्य अफसरों ने मौके पर पहुंचकर अजय से पूछताछ की।