रामनगरी अयोध्या में भगवान रामलला के मंदिर निर्माण का कार्य बड़े ही तेजी से चल रहा है. मंदिर की नींव के लिए बुनियाद की 42 लेयर भरी जा चुकी है.
उधर देशभर के राम भक्तों ने रामलला के लिए खजाना खोल दिया है. राम जन्मभूमि परिसर में विराजमान रामलला के के सामने रखे दानपत्र में एक पखवारा यानी कि 15 दिन में 30 लाख से 40 लाख का दान आ रहा है. यह दान कार्यालय और श्री राम जन्म भूमि ट्रस्ट के खातों से अलग केवल विराजमान रामलला के सामने रखे दानपात्र में ही आ रहा है. एक माह में रामलला अकेले अपने दानपात्र से 60 लाख से 80 लाख रुपए की कमाई कर रहे हैं.
15 अगस्त से 31 अगस्त के बीच 35 लाख का रिकॉर्ड चढ़ावा रामलला को उनके दानपात्र में प्राप्त हुआ है. सूत्रों की माने तो ट्रस्ट के कार्यालय पर भी हर माह 10 से 15 लाख की नगदी और 50 लाख के चेक आ रहे हैं. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कैंप कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि रामलला के परिसर में भक्तों की आमद पर यह चढ़ावे की राशि निर्भर करती है. रामलला के दानपात्र में एक पखवारे में 30 लाख से 40 लाख रुपए आते हैं. कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि 15 दिन में आए धन की गिनती के लिए 15 दिन का समय लग जाता है. अगस्त माह में 35 लाख रुपए रामलला के दानपात्र में आए थे. जिसमें डेढ़ लाख के सिक्के के रूप में थे. 5 लोग बैठ कर लगातार रामलला के दानपत्र में आए धन की गिनती करते हैं, जिसमें बैंक और ट्रस्ट के कर्मचारी शामिल होते हैं.
प्रकाश गुप्ता ने बताया कि जिस वक्त रामलला के मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास बाद से ही दो से पांच हजार लोग रामलला के खातों में पैसा भेज रहे थे, जिसकी अगर एंट्री की बात की जाए तो एक दिन की इंट्री में एक मोटी किताब बन जाती है. भूमि पूजन के बाद से ऐसा कोई दिन नहीं था जिस दिन 5 से 10 करोड़ रुपए से कम प्रतिदिन आ रहा हो. अगस्त का पहला पखवारा यानी 1 अगस्त से 15 अगस्त तक प्रतिदिन करोड़ों रुपए के दान रामलला के मंदिर निर्माण के लिए आ रहे हैं.