दुनियाभर में अपनी ताकत दिखा चुका भारत (India) अब और मजबूत हो गया है. लेकिन इस मजबूती से चीन (China) और पाकिस्तान (Pakistan) के बीच टेंशन बढ़ चुकी है. क्योंकि दुनिया के सबसे घातक लड़ाकू विमान (fighter plane) में मशहूर राफेल (Rafael) की दूसरी खेप भारत पहुंच चुकी है. इस नई खेप के पहुंचने से भारत की वायुसेना (Air Force) को और मजबूती मिली है, और साथ ही ताकत भी बढ़ गई है. बुद्धवार की रात 8 बजकर 14 मिनट की बात है, जब तीन राफेल विमान की भारत में धमाकेदार एंट्री हुई. बताया जा रहा है कि, इन तीनों राफेल विमानों ने फ्रांस से उड़ान भरने के बाद सीधे गुजरात के जामनगर में लैंड किया है.
फिलहाल इन तीनों विमानों के भारत पहुंचने से चीन और पाकिस्तान के बीच खलबली मचना तय हैं. बता दें कि जैसे ही राफेल विमान भारत में बिना रूकावट के पहुंचा वैसे ही देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) ने वायुसेना को बधाई दी है. इस नई खेप के आने से भारत की वायुसेना बेड़े में कुल 8 राफेल विमान शामिल हो गए हैं. इससे पहले भारत में पांच राफेल विमानों की पहली खेप 28 जुलाई को आई थी. जिसके बाद इसे 10 सितंबर को भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के हवाले कर दिया गया था. राफेल लड़ाकू विमानों की तैनाती इस समय LAC पर चीन के साथ जारी खिंचातनी के बीच लद्दाख में की गई है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, आने वाले साल के अप्रैल महीने तक भारत को कुल 21 राफेल लड़ाकू विमान फ्रांस सौंप देगा. जैसे ही 21 राफेल विमानों की डिलीवरी होगी वैसे ही भारतीय वायुसेना की ताकत में दोगुना इजाफा हो जाएगा. आपको याद दिला दें कि भारत ने फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमानों के लिए डील की है. फिलहाल एक के बाद एक भारत अपनी नई-नई ताकतों से दुश्मनों की आंखों को खोलने में लगा हुआ है. क्योंकि अब भारत से बेवजह उलझना दुश्मन देशों को भारी पड़ सकता है.