टीम इंडिया के यंगिस्तान ने आज इतिहास रच डाला। टेस्ट सीरीज को 2-1 से जीतकर आस्ट्रेलिया को करारा जवाब देना आसान नहीं था। तीसरे टेस्ट मैच के दाैरान कई टर्निंग प्वाइंट्स आए जिन्होंने मैच को रोमांचक किया। इन्हीं टर्निंग प्वाइंट्स और कारणों पर हम एक नजर डालते हैं। गाबा के इन हीरो के बिना य़ंगिस्तान इतिहास रचने से चूक जाता।
-जैसे कि मैच का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट था ऋषभ पंत का मैदान पर उतरना और धुआंधार बल्लेबाजी करना। पंत ने 138 गेंदों पर 89 रन बनाए। इस धुआंधार बल्लेबाजी के कारण दूसरी पारी के दाैरान टीम इंडिया लक्ष्य हासिल कर पाई।
-मोहम्मद सिराज ने अपनी गेंदबाजी से ब्रिसबेन के खैल मैदान पर कमाल कर दिखाया। सिराज ने 73 रन देकर पांच विकेट लिए और शादुर्ल ठाकुर के साथ आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी क्रम की कमर तोड़ दी।
-अब बात करें चेतेश्वर पुजारा की। ब्रिसबेन की पिच पर पुजारा दीवार बनकर खड़े रहे। उन्होंने 211 गेंदों पर 56 रन बनाए।
-भारत के युवा बल्लेबाज शुभमन गिल का बल्ला खूब चला। 21 वर्षीय युवा सलामी बल्लेबाज ने एक बार फिर से यहां शानदार पारी खेली। वह अब भारत की ओर से टेस्ट क्रिकेट की चौथी पारी में अर्धशतक बनाने वाले भारत के सबसे युवा ओपनर बन गए।
-अजिंक्या रहाणे की शानदार कप्तानी को भी इस जीत का श्रेय जाता है। कहा गया कि ऑस्ट्रेलिया में जीतने के लिए विराट जैसे तेवर चाहिए, लेकिन रहाणे ने दिखा दिया कि, शांत रहकर कैसे टेस्ट सीरीज जीत सकते हैं। रहाणे ने पहले ही टेस्ट मैच में कप्तानी करते हुए भारत को मेलबर्न में जीत दिला दी। इसके बाद सिडनी टेस्ट मैच ड्रॉ रहा और फिर उन्होंने ब्रिसबेन टेस्ट मैच में टीम को तीन विकेट से जीत दिलाते हुए सीरीज पर 2-1 से कब्जा किया।