रसोई गैस के दामों में बढ़ोतरी से सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पड़ोसी देशों के लोग भी काफी परेशान हैं। अब श्रीलंका में रसोई गैस के दाम दोगुने हो गए है। यहां जरूरी वस्तुओं के लिए मूल्य सीमा समाप्त करने की सरकार के ऐलान के बाद रसोई गैस की खुदरा कीमतों में सोमवार को लगभग 90 प्रतिशत का उछाल आया। वहीं, भारत में 14.2 किलो वाला घरेलू एलपीजी गैस अभी 1000 रुपये के नीचे है।
एक सिलेंडर 2,657 रुपये का
मानक घरेलू रसोई गैस सिलेंडर (12.5 किलोग्राम) के दाम पिछले शुक्रवार को 1,400 रुपये थे। अब यह 1,257 रुपये बढ़कर 2,657 रुपये हो गए है। तो वहीं एक किलो दूध अब 250 रुपये महंगा होकर 1,195 रुपये हो गया है। ऐसे ही, अन्य आवश्यक वस्तुओं जैसे गेहूं का आटा, चीनी और यहां तक कि सीमेंट के दामों में काफी बढ़ोतरी हुई है।
लोगों ने नाराजगी जाहिर की
रसोई गैस के दामों में रिकॉर्ड वृद्धि ने सबसे ज्यादा सार्वजनिक आक्रोश पैदा किया। बढे दामों को वापस लेने की मांग के साथ सोशल मीडिया पर लोगों ने काफी नाराजगी जाहिर की है। उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण के प्रवक्ता ने बताया, ”कैबिनेट ने दूध पाउडर, गेहूं का आटा, चीनी और तरलीकृत पेट्रोलियम गैस के लिए मूल्य नियंत्रण हटाने का निर्णय किया। यह यह उम्मीद थी कि इससे आपूर्ति बढ़ जाएगी। लेकिन दामों में 37 प्रतिशत तक ही बढ़ोतरी हो सकती हैं, मगर हमें उम्मीद है कि डीलर फालतू मुनाफा नहीं कमाएंगे।’
श्रीलंका सरकार ने गुरुवार रात राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की मीटिंग के बाद दूध पाउडर, गैस, गेहूं का आटा और सीमेंट की मूल्य सीमा को समाप्त करने का निर्णय लिया।