कहा जाता है कि आगे जब कभी-भी विश्व युद्ध होगें तो वो पानी के लिये हो सकता है। लेकिन यह युद्ध हो या न हो यह तो निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता। लेकिन पानी की किल्लत दिन-ब-दिन होती जाएगी,यह तो दुनिया भर के रिपोर्ट्स भी कहती है।
वहीं अभी ही एक लीटर बोतल की कीमत 134 रुपये हो जाये तो यह साफ इशारा करता है कि हर किसी को पानी की बर्बादी से बचना चाहिये।
बता दें कि होलिडू नाम के एक सर्च इंजन ने एक सर्वे 120 शहरों में पानी को लेकर किया है। इस सर्वे में कहा गया कि आज दुनिया में सबसे महंगी पानी नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में बिकती है। वहां एक लीटर पानी की कीमत 1.85 डॉलर यानी करीब 134 रुपये है। जो दुनिया में पानी की सबसे उंची कीमत है। यहीं नहीं यह सर्वे यह भी खुलासा करता है कि ओस्लो में पानी की कीमत दुनिया के 120 शहरों से तीन गुना महंगी मिलती है।
मालूम हो कि पानी को लेकर यह बताने की जरुरत नहीं है कि सभी के लिये बुनियादी आवश्यकता में सबसे पहले नंबर पर आता है। प्रकृति ने भी प्रचुर मात्रा में पानी उपलब्ध कराई है। लेकिन समय के साथ-साथ पानी महंगी होती गई। वहीं ओस्लो के बाद पानी की कीमत वाले शहर की बात करें तो अमेरिका का वर्जीनिया बीच, लॉस एंजिलिस, न्यू ओरनिल और स्वीडन के स्टॉकहोम में पानी की कीमत सबसे ज्यादा है। सर्वे के अनुसार वर्जीनिया में एक बोतल पानी की कीमत 115 रुपये, लॉस एंजिलस में 111 रुपये, बाल्टीमोर में 107 रुपये, न्यू ऑरलियन्स में 107 रुपये और सैन जोश में 90 रुपये है। हालांकि इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि भारत में भी बोतलबंद पानी की कीमत अब सस्ती नहीं रही। लेकिन अब सबको पानी को लेकर जागरुक होना चाहिये। जो समय की सबसे बड़ी मांग है।