ताइवान को लेकर तनाव चरम पर पहुंच गया है। अमेरिकी संसद की स्पीकर नैन्सी पेलोसी के ताइवान दौरे के विरोध में चीन बेहद आक्रामक हो गया है। उसने ताइवान की घेरेबंदी शुरू कर दी है और युद्धाभ्यास कर रहा है। चीनी सेनाओं ने ताइवान को 6 तरफ से घेर लिया है और समुद्र में ही बलिस्टिक मिसाइलों के जरिए वह लाइव फायर कर रहा है। चीनी सेनाओं ने ताइवान को जल के साथ ही हवा में भी घेर लिया है। इसके जरिए नागरिक विमानों की आवाजाही थम गई है और ताइवान के कुछ पोर्ट्स को भी बंद करना पड़ गया है।
चीनी सेना की ओर से अपने सैन्याभ्यास की कोई डिटेल नहीं दी गई है, लेकिन ताइवान का कहना है कि ड्रैगन ने परमाणु क्षमता से लैस डोंगफेंग मिसाइलों के जरिए फायरिंग की है। चीनी सेना ने मंगलवार को अपने अभ्यास की शुरुआत की थी, लेकिन गुरुवार को यह और तेज हो गई। चीनी सूत्रों का कहना है कि 7 अगस्त तक यह अभ्यास जारी रहेगा। चीन का दावा रहा है कि ताइवान उसका ही हिस्सा है और वह कई बार ताकत का इस्तेमाल कर उसे मेनलैंड में मिलाने की धमकी भी दे चुका है।
ताइवान ने भी हमले से बचाव की शुरू की तैयारी, कहा- रख रहे नजर
चीनी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सेना की जो ड्रिल हो रही है, वह ताइवान की खाड़ी में अब तक का सबसे बड़ा अभ्यास है। यह अभ्यास इसलिए किया जा रहा है ताकि भविष्य में ताइवान को मिलाया जा सके। वहीं ताइवान से खबरें हैं कि उसकी सेनाएं पूरी तरह से अलर्ट पर रखी गई हैं। इसके अलावा किसी भी तरह के हमले से निपटने के लिए तैयारी तेज कर दी गई है। ताइवान की सेना भी चीन की हरकतों पर पूरी नजर रख रही है। चीन के सरकारी मीडिया की ओर से बताया गया है कि गुरुवार को शुरू हुआ अभ्यास रविवार तक जारी रहेगा। इस सैन्य अभ्यास में चीन की नेवी और एयरफोर्स हिस्सा ले रही है। इस दौरान पनडुब्बियों से लाइव फायरिंग की जा रही है। इसके अलावा एयरस्पेस में भी मिसाइलें दागी जा रही हैं।
रॉकेट दागने के वीडियो वायरल, ताइवान के आसमान से गुजरे
चीनी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ का कहना है, ‘इस सैन्य अभ्यास में नेवी, एयरफोर्स, रॉकेट फोर्स, स्ट्रैटेजिक सपोर्ट फोर्स और लॉजिस्टिक सपोर्ट फोर्स को शामिल किया गया है। इसके अलावा ईस्टर्न थिएटर कमांड भी इस अभ्यास में हिस्सा ले रही है।’ फिलहाल चीन में सोशल मीडिया पर वीडियोज वायरल हो रहे हैं, जिनमें दिखता है कि कैसे चीनी सेनाएं लॉन्ग रेंज के रॉकेट्स दाग रही हैं। कुछ मिसाइलें तो ताइवान के आसमान के ऊपर से भी गुजरी हैं। हालांकि चीन की सेना या फिर उसके मीडिया ने यह नहीं बताया है कि कितनी मिसाइलों, वॉरशिप या फिर फाइटर जेट्स को ताइवान की सीमा पर तैनात किया गया है।