उत्तर से लेकर पूर्वोत्तर तक देश के 12 राज्यों में अपने दम पर सरकार बना चुकी बीजेपी अब दक्षिण जीतने के मिशन में जुट गई है. इसके लिए खास तौर से ‘मिशन साउथ’ तैयार किया गया है. पार्टी की योजना है कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले वह दक्षिणी राज्य तेलंगाना, केरल और आंध्र प्रदेश में अपनी जड़ें मजबूत कर ले. बीजेपी के इसी मकसद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर महासचिव बीएल संतोष समेत सभी प्रमुख केंद्रीय व क्षेत्रीय नेता एक्टिव हो गए हैं.
न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, दक्षिण में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए बीजेपी ने अपनी आगामी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हैदराबाद में करने का फैसला किया है. ये बैठक 2 से 3 जुलाई को होगी. बैठक में पहले दिन पीएम मोदी भी शामिल होंगे. अपनी हालिया तेलंगाना यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने राज्य की टीआरएस सरकार को लेकर सख्त तेवर दिखाए थे और वंशवादी राजनीति का आरोप लगाया था.
अखबार के मुताबिक, अगले कुछ महीनों में बीजेपी के कई बड़े नेता दक्षिण का दौरा करते नजर आएंगे. बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह ने 14 मई को तेलंगाना में रैली को संबोधित किया था, फिर वे केरल गए थे. वहीं बीजेपी अध्यक्ष नड्डा भी अभी हाल में तेलंगाना गए थे.
दक्षिण में कर्नाटक के आगे पैर जमाने की बीजेपी की कोशिशें अब तक ज्यादा कामयाब नहीं हुई हैं. केरल के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने मेट्रो मैन ई श्रीधरन पर दांव खेला था, लेकिन ज्यादा सफलता नहीं मिली. केरल और तमिलनाडु में अगले विधानसभा चुनाव अब 2026 में होने हैं. लेकिन 2023 में कर्नाटक और तेलंगाना में असेंबली इलेक्शन होने हैं. तेलंगाना में बीजेपी के सिर्फ तीन विधायक और चार सांसद हैं. पार्टी वहां आगामी चुनावों में टीआरएस को सत्ता से बेदखल करने की योजना पर काम कर रही है.