बिहार(bihar) के सुपौल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां दो बच्चों की मां का अपहरण कर जबरन यौन शोषण (Sexual Assault) और जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने के आरोप में पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है. यह मामला भीमपुर थाना क्षेत्र के केवला गांव से है जहां की निवासी एक हिंदू महिला को गैर संप्रदाय के एक व्यक्ति ने पहले उसे जबरन अपहृत किया फिर कई दिनों कर उसके साथ लगातार यौन-शोषण (Sexual Extortion) किया और महिला पर धर्म परिवर्तन का दवाब डाला लगा. जिसके बाद महिला किसी तरह शख्स के चंगुल से छूटी और भीमपुर थाने में जाकर आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
बता दें कि महिला ने थाना क्षेत्र के ही चापीन वार्ड नंबर 13 निवासी मोहम्मद कलीम(mohmmad kalim) पर अपहरण कर दो महीने तक फारबिसगंज में रखने, जोर जबर्दस्ती, लगातार यौन शोषण करने, धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डालने एवं जबरदस्ती गौ मांस खिलाने का आरोप लगाते हुए न्याय की मांग की है. पीड़िता द्वारा आवेदन में बताया है की इसी वर्ष
30 जून को शाम 7 बजे जब वो अपने घर से शौच के लिए बाहर निकली थी, तभी आरोपी कलीम ने उसका अपहरण कर लिया और आंख मुंह बंद करके गाड़ी में बिठाकर कहीं ले गया.
बाद में उसे एक कमरे में बंद कर रखा गया जहां उसका लगातार यौन-शोषण होता रहा. पीड़िता का आरोप है कि उसे मारपीट करके उसके ऊपर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया जाता रहा साथ ही जोर जबर्दस्ती गौ मांस भी खिलाया जाता रहा. पीड़िता शादीशुदा और दो बच्चों की मां है. पीड़िता के अनुसार महीने भर से अधिक एक ही कमरे में बंद होने के बाद उसे पता चला कि वह फारबिसगंज के किसी घर में बंद है.
शनिवार सुबह उसे ट्रेन के माध्यम कहीं ले जाया जा रहा था, इसी दौरान उसने चालाकी से किसी व्यक्ति का मोबाइल मांगकर अपने स्वजनों को इसकी सूचना दी.
सूचना मिलते ही पीड़िता के परिजन विश्व हिंदू परिषद छातापुर इकाई के कार्यकर्ताओं के साथ फारबिसगंज स्टेशन पहुंच गए और पीड़िता को सकुशल बरामद कर लिया. उन्होंने घटना के आरोपी मोहम्मद कलीम को भी मौके से ही पकड़कर भीमपुर थाना के सुपुर्द कर दिया. घटना के संबंध में भीमपुर थानाध्यक्ष सुबोध यादव ने बताया कि पीड़िता द्वारा दिये आवेदन के आधार पर सुसंगत धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.