महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु समेत कई क्षेत्रों को जल्दी मानसून का तोहफा मिल सकता है। भारतीय मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि अगले 48 घंटों के दौरान मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। खबर है कि मानसून जून के अंत तक राजधानी दिल्ली में दस्तक दे सकता है। हालांकि, उत्तर पश्चिम, मध्य और इससे सटे पूर्वी भारत को फिलहाल गर्मी से राहत के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग ने गुरुवार को बताया कि मानसून सामान्य गति से आगे बढ़ रहा है और अगले दो दिनों में इसके महाराष्ट्र पहुंचने की संभावना है। दिल्ली-एनसीआर में 27 जून तक दस्तक देने के आसार हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, जून के अंतिम सप्ताह में ही मानसून की बूंदें राजधानी को सराबोर करेंगी। दस दिन पहले मानसून की तेज गति को देखकर अनुमान लगाया जा रहा था कि अगर यही रफ्तार बनी रही, तो दिल्ली में भी मानसून अपने तय समय से पहले आ सकता है। लेकिन, अब मानसून की गति सामान्य हो गई है।
मौसम विज्ञानियों ने बताया कि अगले दो दिनों में मानसून गोवा और महाराष्ट्र, कर्नाटक आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में छा जाएगा। मानसून के आगे बढ़ने की स्थिति अनुकूल और सामान्य है। दिल्ली में मानसून पहुंचने की आधिकारिक तिथि 27 जून है, इसलिए मानसून की सामान्य गति को देखते हुए यह माना जा रहा है कि इसी के आसपास मानसून का आगमन होगा। IMD की तरफ से गुरुवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार, मध्य अरब सागर, गोवा, दक्षिण महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और बंगाल की खाड़ी के पश्चिम मध्य और उत्तर पश्चिम में मानसून के लिए स्थितियां अनुकूल हैं। वहीं, इसके बाददो दिनों में महाराष्ट्र, पूरे कर्नाटक, आंध्र प्रदेश के कुछ और हिस्सों में मानसून की गति बने रहने के आसार हैं।
शुक्रवार को अरुणाचल प्रदेश और असम और मेघालय, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम और नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी से अति भारी बारिश के आसार हैं। वही, बिहार, झारखंड, ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में छिटपुट बारिश हो सकती है। विभाग के मुताबिक, अगले पांच दिनों के दौरान कर्नाटक, केरल और माहे और लक्षद्वीप में हल्की या मध्यम बारिश और आंध्र प्रदेश और यानम और तमिलनाडु, पुडुचेरी और करईकल और तेलंगाना में छिटपुट बारिश की संभावनाएं हैं। इसके अलावा कोंकण और गोवा और मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में भी वर्षा हो सकती है। IMD के मुताबिक, मध्य भारत में फिलहाल अधिकतम तापमान के कम होने की संभावनाएं नहीं हैं। हालांकि, इसके बाद पारा 2-3 डिग्री सेल्सियस लुढ़क सकता है। पंजाब, हरियाणा-दिल्ली, दक्षिण उत्तर प्रदेश, उत्तर पश्चिम राजस्थान, उत्तरी मध्य प्रदेश, आंतरिक ओडिशा और झारखंड में लू की संभावनाएं हैं।