उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में भारी बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करने के बाद भारतीय जनता पार्टी अब भितरघात करने वालों पर कार्रवाई करने वाली है। भाजपा ने चुनावी नतीजों की समीक्षा शुरू कर दी है। पार्टी का रुख भितरघातियों और निष्क्रिय रहने वालों को लेकर बेहद सख्त है। सभी जिलों से भीतरघात करने वालों की सूची मांगी गई हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य, वरुण गांधी और मेनका गांधी जैसे कई नेताओं के चुनावी प्रचार का ब्यौरा मांगा गया है। पार्टी 28 मार्च तक भितरघातियों को चिन्हित कर अपनी रिपोर्ट शीर्ष नेतृव को भेजने की तैयारी में है।
विधानसभा चुनाव के दौरान तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा भितरघात और गड़बड़ी की शिकायत प्रदेश संगठन के पास पहुंची थीं। कुछ चेहरे ऐसे भी थे, जिन्हें पार्टी की सत्ता में वापसी को लेकर ही भरोसा नहीं था, सो वे नई हवा के साथ बहने की गोटियां बिठाने में लगे थे। भितरघात करने वालों में कई जनप्रतिनिधि, टिकट के दावेदार और बूथ से लेकर जिला, क्षेत्र और प्रदेश स्तरतक के कई चेहरे शामिल हैं। चुनाव के दौरान भी फोन कर ऐसे कई लोगों के सख्त चेतावनी दी गयी थी। चुनावी नतीजे आने के बाद अब पार्टी ने गड़बड़ी करने वालों को चिन्हित करने की मुहिम शुरू कर दी है। पार्टी 2024 की तैयारी को लेकर कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती है।
बीजेपी मुख्यालय ने संसदीय क्षेत्रों में विधानसभाओ में सांसदों ने कितनी सभाएं की उसकी रिपोर्ट मांगी है।
वहीं बूथ अध्यक्षों से लेकर बड़े पदाधिकारियों तक ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई की तैयारी है जो अपने तय क्षेत्र को छोड़कर अपने आकाओं के सामने चेहरे चमका रहे थे। भारतीय जनता पार्टी को शिकायत मिली थी कि कई नेता नंबर बढ़ाने को अपने क्षेत्र की जगह बड़े नेताओं की सीटों पर जुटे रहे। पार्टी लाभ का पद पाने वालों की चुनावी भूमिका की भी जांच करेगी। इनमें विभिन्न निगमों, आयोगों, बोर्डों में समायोजित किए गए चेहरे शामिल हैं। चुनाव में उनकी सक्रियता और उनकी भूमिका का पार्टी को कुछ लाभ हुआ या नहीं। पार्टी भितरघात करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने वाली है।