संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में भारत (India) की स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत रुचिरा कंबोज (Ruchira Combos) ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के समान प्रतिनिधित्व पर G4 वक्तव्य दिया. उन्होंने ट्वीट किया, ‘आज मैंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के समान प्रतिनिधित्व पर UNGA में G4 वक्तव्य दिया. सुधार जितने लंबे समय तक रुके रहेंगे, प्रतिनिधित्व में कमी उतनी ही अधिक होगी, जो सुरक्षा परिषद की वैधता और प्रभावशीलता के लिए एक अपरिहार्य पूर्व शर्त है.’
जी4 देशों- ब्राजील, जर्मनी, जापान और भारत की ओर से बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि 77वीं महासभा की आम बहस सहित इस वर्ष के उच्च स्तरीय सप्ताह के दौरान, 70 से अधिक राष्ट्राध्यक्षों और सरकारों व उच्च स्तरीय सरकारी प्रतिनिधियों ने रेखांकित किया कि इस सत्र के दौरान सुरक्षा परिषद में सुधार हमारी प्राथमिकताओं में से एक होना चाहिए. इस विषय के लिए यह व्यापक समर्थन इसकी प्रासंगिकता और तात्कालिकता की पुष्टि करता है.’
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि ने जोर देकर कहा कि संपूर्ण सदस्यों की ओर से कार्य करने के लिए सुरक्षा परिषद को अपने चार्टर उत्तरदायित्व के अनुरूप काम करने का यही समय है. रुचिरा कम्बोज ने कहा, ‘यह दोनों श्रेणियों में सदस्यता बढ़ाए बिना हासिल नहीं किया जाएगा. केवल यही, परिषद को आज के वैश्विक संघर्षों और तेजी से जटिल व आपस में जुड़ी हुई वैश्विक चुनौतियों का प्रभावी ढंग से प्रबंधन करने में सक्षम बनाएगी.’ राजदूत कंबोज ने कहा कि जी4 वेबकास्टिंग, रिकॉर्ड कीपिंग और महासभा की प्रक्रिया के नियमों के आवेदन के साथ एक खुली, समावेशी और पारदर्शी प्रक्रिया लाने के लिए लगातार एक समेकित विषयवस्तु और नए सिरे से काम करने के तरीकों की मांग कर रहा है.