इजरायल और ईरान के तनावपूर्ण संबंधों के बीच एक इजरायली सिक्योरिटी अधिकारी का कहना है कि अरब सागर में इजरायल के एक कार्गो शिप पर मिसाइल से हमला किया गया है. इस अधिकारी का कहना है कि ये जहाज इजरायल का था और ये हमला ईरान ने कराया है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, ये शिप तंजानिया से भारत जा रहा था. हालांकि इस हमले में शिप को खास नुकसान नहीं पहुंचा है और ये शिप अपनी यात्रा को बदस्तूर जारी रख पा रहा है. चैनल 12 न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पोर्ट सिटी हाएफा में मौजूद एक्सटी मैनेजमेंट इस शिप का मालिकाना हक रखते हैं. इस हमले को लेकर अब तक इजरायल सरकार के अधिकारियों ने कोई कमेंट नहीं किया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हमले के बाद ये शिप काफी धीमी गति से चल रहा था लेकिन तीन घंटे बाद इस जहाज ने अपनी सामान्य स्पीड पकड़ ली थी. गौरतलब है कि पिछले महीने गल्फ ऑफ ओमान में ऐसे ही एक इजरायली जहाज पर हमला हुआ था. 25 फरवरी की रात एमवी हेलियोस रे नाम के इस जहाज पर हुए हमले को लेकर इजरायल के पीएम ने ईरान को दोषी ठहराया था. हालांकि ईरान के प्रवक्ता ने इन आरोपों को सिरे से नकारा था. बता दें कि ईरान और इजरायल के संबंधों में पिछले कुछ समय में काफी तनाव देखने को मिला है. कुछ समय पहले ही इजरायल के रक्षा मंत्री बेनी गेंट्स ने कहा था कि अगर ईरान ने परमाणु हथियारों को बनाने की योजना पर काम जारी रखा तो इजरायल उसके परमाणु ठिकानों पर हमला करेगा. उन्होंने यह भी कहा था कि उनका देश अपने किसी सहयोगी देशों के बिना भी ईरान पर हमला करने की ताकत रखता है.
वही ईरान ने भी इस जुबानी जंग में इजरायल को जवाब दिया था. ईरान के रक्षा मंत्री अमीर हातमी ने धमकी भरे अंदाज में कहा था कि अगर इजरायल ने हमला करने की सोची तो वे तेल अवीव जैसे प्रमुख शहर को बर्बाद कर देंगे. उन्होंने कहा था कि ईरान के पास आज अपने देश की रक्षा करने के साधन मौजूद हैं. गौरतलब है कि एक हफ्ते पहले ही ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने अपनी नई मिसाइल सिटी का वीडियो जारी किया था. मिसाइल सिटी का मतलब जमीन के नीचे मौजूद ऐसे ठिकाने से है जहां दुश्मन के हवाई हमलों से बचने के लिए बडी संख्या में मिसाइलों को तैनात किया जाता है. इस वीडियो के सहारे अमेरिका और इजरायल को खुलेआम चेतावनी दी थी.
इस पूरे वीडियो मे इन मिसाइल और उनके लॉन्चरों के लोकेशन को गुप्त रखा गया था. इससे पहले भी ईरान अलग-अलग मिसाइल सिटी के वीडियो को जारी कर चुका है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि ईरान इस नए वीडियो के जरिए अमेरिका के ऊपर दबाव बनाने का प्रयास कर रहा है, ताकि वह जल्द से जल्द परमाणु समझौते में शामिल होकर पाबंदियों को खत्म कर दे. ईरानी नौसेना के इस वीडियो में विभिन्न रेंजों के क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलें दिखी थीं. इसके अलावा इन मिसाइलों को लॉन्च करने वाले अलग-अलग प्लेटफॉर्म भी दिखाई दिए थे. नौसेना प्रमुख ने दावा किया कि ईरान जल्द ही लंबी दूरी तक मार करने में सक्षम नई मिसाइल और नौसैनिक युद्धपोतों को लेकर भी ऐलान करेगा.