महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बड़ा बयान दिया है. पुणे में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अजित पवार ने कहा कि हम राज्य में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को मॉनिटर कर रहे हैं, 2 अप्रैल तक नज़र रखी जाएगी. अगर लोग कोरोना गाइडलाइन्स का उल्लंघन करते रहे, तो सरकार के पास लॉकडाउन के अलावा कोई चारा नहीं बचेगा.
राज्य में नई सख्ती का ऐलान
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच अजित पवार ने नई गाइडलाइन्स का भी ऐलान कर दिया है. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मॉल, मार्केट, सिनेमा हॉल को अभी 50 फीसदी क्षमता के साथ ही काम करना चाहिए. साथ ही किसी भी शादी में 50 लोगों से अधिक लोग नहीं आने चाहिए.
अजित पवार ने ऐलान किया कि अंतिम संस्कार में 20 लोगों के शामिल होने की इजाजत दी जाएगी. जबकि अस्पतालों में एक बार फिर कोरोना मरीजों के लिए बेड रिजर्व किए जा रहे हैं, प्राइवेट अस्पतालों से भी 50 फीसदी बेड रिजर्व रखने को कहा गया है. राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा है कि सभी मेडिकल स्टाफ और अन्य अधिकारियों की यही राय है कि अगर कोरोना के आंकड़े बढ़ते हैं, तो सख्त लॉकडाउन लागू करना होगा. इसपर अगले शुक्रवार को फैसला लिया जाएगा, लेकिन हालात बिगड़े तो पहले भी लॉकडाउन को लगाया जा सकता है.
अजित पवार ने ऐलान किया है कि लोगों को होली पर ध्यान रखना होगा, कोई भी भीड़ ना लगाए. वरना कोरोना का संकट बेकाबू हो सकता है. मुंबई में अब किसी भी मॉल में एंट्री के लिए एंटीजन टेस्ट कराना जरूरी होगा.
तीन दिन में बढ़े हैं एक लाख केस
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में इस वक्त कोरोना के कारण सबसे बुरे हालात हैं. राज्य में पिछले तीन दिन में ही एक लाख से अधिक केस सामने आए हैं. बीते दिन भी राज्य में 35 हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए, जबकि उससे पहले भी दो दिन लगातार तीस हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए थे. देश में इस वक्त जितने भी केस आ रहे हैं, उनमें से 60 फीसदी से अधिक केस महाराष्ट्र से ही आ रहे हैं. यही कारण है कि महाराष्ट्र में अभी से ही करीब आधा दर्जन से अधिक जिलों में लॉकडाउन, नाइट कर्फ्यू जैसी पाबंदियों को लगाया गया है.