ब्रिटेन की एक स्टडी (Study) में दावा किया गया है कि जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले ली हैं, उन्हें कोरोना होने की संभावना 3 गुना कम है. कोरोना को लेकर यूके के सबसे बड़ी स्टडीज में से एक, कम्युनिटी ट्रांसमिशन की रीयल-टाइम असेसमेंट (REACT-1) स्टडी, ने बुधवार को बताया कि इंग्लैंड में संक्रमण 0.15 प्रतिशत से चार गुना बढ़कर 0.63 प्रतिशत हो गया है. हालांकि 12 जुलाई से मामलों में कमी देखी गई है.
इंपीरियल कॉलेज लंदन और इप्सोस मोरी के विश्लेषण में 24 जून से 12 जुलाई के बीच इंग्लैंड में अध्ययन में भाग लेने वाले 98,000 से अधिक वाल्यूंटियर ने सुझाव दिया कि टीके की दोनों खुराक ले चुके लोगों से दूसरे में संक्रमण फैलने की संभावना भी कम होती है. यूके के स्वास्थ्य सचिव साजिद जाविद ने कहा कि, “हमारा टीकाकरण रोलआउट रक्षा की एक दीवार का निर्माण कर रहा है, जिसका अर्थ है कि हम प्रतिबंधों को सावधानी से कम कर सकते हैं और अपनी पसंदीदा चीजों पर वापस जा सकते हैं, लेकिन हमें सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि हम इस वायरस के साथ रहना सीख रहे हैं.”
कोरोना के सभी वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी वैक्सीन
पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (PHE) के डेटा से पता चलता है कि यूके में दी जा रही कोरोना वैक्सीन सभी वेरिएंट के खिलाफ “काफी प्रभावी” है. इसके मुताबिक फाइजर वैक्सीन 96 फीसदी प्रभावी है और एस्ट्राजेनेका वैक्सीन दोनों खुराक के बाद 92 फीसदी प्रभावी है. पीएचई का अनुमान है कि इंग्लैंड में वैक्सीनेशन ने 22 मिलियन संक्रमण, लगभग 52,600 अस्पताल में भर्ती होने और 35,200 से 60,000 मौतों को रोका है.
रिजल्ट से ये भी पता चलता है कि जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले ली है उन्हें कोरोना होने की संभावना तीन गुना कम है. यूके की स्वास्थ्य सेवा ने वैज्ञानिक सलाह के बाद 16 वर्ष और उससे अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू किया है.
भारत में कोरोना वैक्सीनेशन की स्थिति
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि देशभर में अब तक कोरोना वैक्सीन की 49 करोड़ से अधिक डोज दी जा चुकी है. गुरुवार की शाम सात बजे तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार आज 50.29 लाख से अधिक (50,29,573) खुराक दी गई. मंत्रालय ने बताया कि 18 से 44 साल उम्र वर्ग के 27,26,494 लोगों को गुरुवार को पहली खुराक दी गई जबकि 4,81,823 लोगों को दूसरी खुराक दी गई. साथ ही कहा है कि टीकाकरण के तीसरे चरण की देशव्यापी शुरुआत के बाद से कुल मिला कर 18 से 44 साल आयु वर्ग में 16,92,68,754 लोगों को पहली खुराक जबकि 1,07,72,537 लोगों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है. देश के पांच राज्यों- मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग में एक एक करोड़ से अधिक लोगों को टीका दिया जा चुका है.