धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों की लापरवाही के चलते भिवानी में एक बार फिर चौ. बंसीलाल नागरिक अस्पताल सवालों के घेरे में है. लापरवाही भी ऐसी कि बुजुर्ग महिला की जान पर बन आई. जिसके बाद परिजनों का हंगामा और अपनी लापरवाही देख सीएमओ ने आनन फ़ानन में जांच कमेटी बैठाई है. बताया जा रहा है कि गाँव रानिला निवासी बुजुर्ग महिला भतेरी घर में गिर गई जिसे उसे चोट लगने पर भिवानी के चौ. बंसीलाल नागरिक अस्पताल (Civil Hospital) में भर्ती करवाया गया. परिजनों की माने तो भतेरी के दाँए कूल्हे में चोट लगी थी और उसका ऑपरेशन करना था. लेकिन डॉक्टरों ने दाएं की बजाय बाएं कूल्हे का ऑपरेशन कर दिया और 15 हज़ार रू ख़र्चे के लिए लिए. पीड़ित भतेरी के बेटे सुखबीर व पौत्री मनीषा ने बताया पता चलने पर भतेरी का डॉक्टरों ने आनन फ़ानन में प्राइवेट रूम देकर फ़्री में दाएं कूल्हे का ऑपरेशन भी कर दिया.
परिजनों का कहना है कि डॉकटरों की ग़लती ना होती तो भतेरी देवी को डॉक्टर ना तो फ़्री में प्राइवेट रूम देते और ना दोबारा हुए ऑपरेशन को फ़्री में करते. परिजनों ने CMO व स्वास्थ्य मंत्री से न्याय की मांग की है. वहीं परिजनों के हंगामें व मीडिया तक बात पहुंचने पर सीएमओ डॉ. सपना गहलावत ने पीएमओ डॉ रघुबीर सांडिलय के नेतृत्व में जाँच कमेटी बैठाई है. सीएमओ का कहना है कि प्राथमिक जांच में भतेरी के दोनों कूल्हों में फ्रैक्चर की बात सामने आई है. फिर भी किसी की कोई लापरवाही जांच के दौरान मिली तो कार्यवाही की जाएगी. बता दें कि ये पहला मामला नहीं है जब चौधरी बंसीलाल नागरिक अस्पताल पर सवाल उठे हों. ऐसे में अब देखना होगा कि क्या गब्बर (स्वास्थ्य मंत्री) अपने भाई के मामले की तरह इस मामले में भी ऐसा ही एक्शन लेंगे या फिर बुजुर्ग महिला व उनके परिजनों की फरीयाद समय के साथ फ़िकी पड़ जाएगी.