बीजेपी विधानसभा मार्च (BJP assembly march) के दौरान हुए पुलिस लाठीचार्ज में भाजपा नेता विजय सिंह (BJP leader Vijay Singh) की मौत (death case) का मामला सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) पहुंच गया है। बीजेपी कार्यकर्ता भूपेश नारायण ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। याचिकाकर्ता के वकील वरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि याचिका के जरिए मामले की सीबीआई जांच या फिर एसआईटी के गठन की मांग की गई है। यही नहीं इस मामले में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव को पक्षकार बनाया गया है। साथ ही मुख्य सचिव और डीजीपी के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की गई है।
13 जुलाई को निकाला था विधानसभा मार्च
आपको बता दें 13 जुलाई को बीजेपी के विधानसभा मार्च के दौरान पुलिसिया लाठीचार्ज में जहानाबाद के बीजेपी नेता विजय सिंह की मौत हो गई थी। साथ ही भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं को चोटें आई थी। और कई कार्यकर्ताओं को घायल अवस्था में PMCH में भर्ती कराया गया था। वहीं पुलिस विजय सिंह की लाठीचार्ज में मौत की घटना से इंकार कर रही है।
हृदय गति रुकने से हुई थी- प्रशासन
आपको बता दें अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि प्रदर्शन के दौरान विजय सिंह सड़क पर गिरे पड़े थे। वहां लाठीचार्ज नहीं हुआ था। यह घटनास्थल से काफी दूर है। उनकी मौत हृदय की बीमारी के कारण सड़क पर गिरने से हुई है। सीसीटीवी कैमरे के अलावा प्रशासन द्वारा कराई गई वीडियोग्राफी को भी देखा गया। इसमें भी भाजपा नेता विजय सिंह डाकबंगला के आसपास कहीं नजर नहीं आ रहे हैं। वहीं उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी मौत की वजह हृदय गति का रुकना बताया गया है। उन्हें दिल की बीमारी थी। सामान्य तौर पर एक स्वस्थ्य व्यक्ति के हृदय का भार 280 ग्राम होता है। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनके हृदय 380 ग्राम का बताया गया। और सिर में क्लॉटिंग भी हुई थी। पोस्टमार्टम के बाद बिसरा सुरक्षित रख लिया गया है।
न्यायिक आयोग से जांच की मांग
वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने विधानसभा मार्च के दौरान पुलिस लाठीचार्ज की जांच न्यायिक आयोग से कराने की मांग की है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर लाठीचार्ज मामले की जांच करने शनिवार को पटना पहुंची भाजपा की चार सदस्यीय टीम ने यह मांग राज्य सरकार से की। रघुवर दास के संयोजकत्व में आई टीम ने पीएमसीएच, आईजीआईएमएस व राजवंशीनगर अस्पताल में इलाजरत भाजपा नेताओं से बातचीत की।
आईजीआईएमएस में भर्ती सांसद जनार्दन सिग्रीवाल से मुलाकात की। मार्च स्थल डाकबंगला इलाके का दौरा किया और प्रदेश भाजपा कार्यालय में 300 से अधिक पार्टी नेताओं से भी बात की। रघुवर दास ने आरोप लगाया कि शांतिपूर्ण मार्च के दौरान लाठीचार्ज राज्य प्रायोजित हिंसा थी। जान-बूझकर एसपी वर्मा रोड के बदले संकरे रास्ते से मार्च को डाकबंगला लाया गया और लाठीचार्ज किया गया। नीतीश सरकार को मामले की जांच न्यायिक आयोग से करानी चाहिए।