राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने दिल्ली-एनसीआर, यूपी, जम्मू कश्मीर समेत 18 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है. इसके साथ बड़े आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है. हाल ही में 10 अक्टूबर को लश्कर, जैश, हिजबुल, अल-बदर और अन्य टेरर मोड्यूल को लेकर एक केस दर्ज किया था. इसमें लिखा है कि ये सभी टेरर मोड्यूल मिलकर घाटी में साजिश रच रहे हैं.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ‘वॉयस ऑफ हिंद’ नामक एक ऑनलाइन पत्रिका के पीछे आईएसआईएस के नेतृत्व वाली टीम का भंडाफोड़ करने के उद्देश्य से जम्मू और कश्मीर में छापेमारी कर रही है. आईएसआईएस फरवरी 2020 से ‘द वॉयस ऑफ हिंद’ (वीओएच) नाम से एक ऑनलाइन मासिक भारत केंद्रित पत्रिका जारी कर रहा था. यह पत्रिका मुस्लिम युवाओं को बड़े पैमाने पर कट्टरता के दलदल में धकेलने का काम कर रहा था.
साथ ही एनआईए पिछले कई दिनों से आतंकी ठिकानों और उनके नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए छापेमारी का अभियान चला रही है. रविवार को भी राष्ट्रीय एजेंसी ने कश्मीर घाटी में कई स्थानों पर छापेमारी की और द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआएफ) के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया.
टीआरएफ को प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा समूह का मुखौटा संगठन माना जाता है. टीआरएफ ने कश्मीर घाटी में हाल में हुईं नागरिकों की लक्षित हत्याओं की जिम्मेदारी ली है.
एनआईए के प्रवक्ता के मुताबिक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और जम्मू कश्मीर पुलिस के सहयोग से कुलगाम, श्रीनगर तथा बारामुला जिलों में सात स्थानों पर छापेमारी की गई. वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एनआईए की छापेमारी जम्मू-कश्मीर के अलावा दिल्ली, उत्तर प्रदेश में भी हुई है.
एनआईए प्रवक्ता ने बताया कि छापेमारी के दौरान टीआरएफ के दो सदस्यों, बारामुला के तवसीफ अहमद वानी और वामपुरा के फैज अहमद खान को आतंकी गतिविधियों की साजिश में संलिप्तता को लेकर गिरफ्तार कर लिया गया. छापेमारी के दौरान मोबाइल फोन, पेन ड्राइव, अन्य संदिग्ध सामग्री सहित कई डिजिटल उपकरण बरामद किए गए.