रिलायंस जियो की शुरुआत के साथ टेलिकॉम कंपनियों में एक बड़ा बदलाव आया था। जहां पहले सबसे पहले जियो ने अपने नंबर के साथ फ्री कॉलिंग और सस्ता डेटा दिया। तो वहीं, धीरे- धीरे तमाम कंपनियां भी इसी प्लान पर आ गई। जिससे ग्राहकों को काफी फायदा हुआ। लेकिन अब फ्री कॉलिंग और सस्ता प्लान का फायदा ग्राहकों से छीना जा सकता है। अगले साल से आपको मोबाइल बिल पर ज्यादा पैसे देन पड़ सकते है। जानकारी के मुताबिक, टेलीकॉम इंडस्ट्री की तीन दिग्गज कंपनियां प्रीपेड प्लान्स की कीमतों में बढ़ोतरी कर रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे पहले वोडाफोन-आइडिया (Vi) प्रीपेड प्लान्स की कीमतों में बढ़ोतरी करेगा। इसके बाद रिलायंस जियो और एयरटेल भी कीमत में बढ़ोतरी का ऐलान कर देंगी। ये तीनों कंपनियां लंबे समय से टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (Trai) से फ्लोर प्राइस की घोषणा करने का अनुरोध करती आ रही है। फ्लोर प्राइस किसी सर्विस की वह कीमत होती है जिससे कम पर उसे नहीं दिया जा सकता। फिलहाल टेलीकॉम कंपनियों ने ही कॉलिंग और डेटा की कीमत निर्धारित की हुई है। न्यूनतम फ्लोर प्राइज निर्धानित करने का सीधा मतलब है कि आने वाले समय में फ्री कॉलिंग और सस्ता डेटा नहीं मिलेगा। दावा है कि मार्च महीने में कीमतों में बदलाव हो सकता है।
दावा किया जा रहा है कि कंपनियों की मांग है कि एवरेज रेवेन्यू को बढ़ाकर 300 रुपये प्रति महीना कर दिया जाएगा। ऐसा होने पर मोबाइल का सबसे छोटा रिचार्ज 300 रुपये का हो जाएगा। वोडाफोन और आइडिया मार्च में ही इन कीमतों का ऐलान कर सकती है। ICICI सिक्यॉरिटीज की रिपोर्ट के मुताबिक, टैरिफ हाइक से भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के ARPU में वित्तिय वर्ष 2022 में 20 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। गौरतलब है कि साल 2019 में कंपनियों ने मिलकर अपने प्लान की कीमतों में 25 से 30 फीसदी की बढ़ोतरी की थी लेकिन समय के साथ धीरे-धीरे कंपनियां अपने फ्री प्लान को खत्म कर रही है। जिससे ग्राहकों को झटका लग रहा है।