प्रदेश की योगी सरकार के साढ़े चार साल रविवार 19 सितंबर को पूरा हो गया। इस अवसर पर योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। उन्हांेने कहा कि प्रदेश में पिछली सरकार का गुंडाराज समाप्त करके कानून का राज स्थापित हुआ है। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में अब कोई माफिया किसी सरकारी या गरीब की जमीन पर कब्जा नहीं कर पा रहा है। प्रयागराज में 100 एकड़ भूमि हमारे सुपुर्द की गई है और गुंडे और अपराधी पस्त हो चुके हैं। उन्हांेने कहा कि बीते साढ़े चार वर्षों में यूपी में एक भी दंगा नहीं हुआ है। जनता ने हमें समर्थन दिया और हमने उन्हें सुरक्षा दी। उन्होंने कहा कि एक वह भी समय था जब उत्तर प्रदेश बेहाल रहता था और सैफई में नाच-गाना होता रहता था।
मुख्यमंत्री योगी ने भारतीय जनता पार्टी के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं के भरपूर परिश्रम से ही हम देश और प्रदेश में जन कल्याण का शासन दे रहे हैं। भाजपा जिन मूल्यों और आदर्शों को लेकर राजनीति में आई, लगातार उन्हीं का पालन किया। उन्होंने कहा कि हमारे लिए व्यक्ति से बड़ा दल है और दल से बड़ा देश है। इसलिए भाजपा कार्यकर्ताओं का एकमात्र लक्ष्य सत्ता प्राप्ति और शासन करना नहीं है। सेवा समर्पण का भाव ही इस पार्टी को सबसे अलग करता है।
उन्होंने सरकार की उपलब्धियों गिनाते हुए कहा कि जब हम 2017 में सरकार में आए तब प्रदेश के 75 जनपदों में से मात्र 12 जनपदों में मेडिकल कॉलेज थे और आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं का भी अभाव था। अगर तब कोरोना महामारी आ गई होती तो प्रदेश की क्या हालत होती? उत्तर प्रदेश ने कोरोना प्रबंधन का मॉडल सेट किया और इतने कम समय में जनता के लिए स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाये। उन्होंने तंज किया कि इसके विपरीत देश में जब आपदा आती है तो एक पार्टी के लोग इटली भाग जाते हैं। देश से बाहर देश पर टिप्पणी करते हैं, देवी-देवताओं पर टिप्पणी करना, राम और कृष्ण को नकारना उनकी प्रवृत्ति का हिस्सा है।
एक मच्छर भी नहीं मरेगा
प्रदेश द्वारा की गयी प्रगति की चर्चा करते हुए योगी ने कहा कि लोग व अधिकारी कहते थे कि राम मंदिर पर फैसला आएगा ऐसा हो जाएगा, वैसा हो जाएगा। मैंने कहा कि देखना एक मच्छर भी नहीं मरेगा, मैं सब संभाल लूंगा। जब राम जन्म भूमि का फैसला आया तो उस दिन प्रदेश में राम राज्य था। सीएम योगी ने कहा की हमें गर्व होना चाहिए कि अयोध्या, मथुरा, काशी व गंगा, यमुना और सरस्वती, त्रिवेणी का संगम, प्रयागराज उत्तर प्रदेश में है। हमें इन आस्था केन्द्रों पर गौरव की अनुभूति होनी चाहिए।